टी 20 विश्वकप 2022 के बाद लगातार चर्चा में रहने वाली बीसीसीआई की रिव्यू मीटिंग वर्ष के पहले दिन यानी रविवार को हो गई है। बैठक में वनडे विश्वकप 2023 के लिए कई अहम फैसले लिए गए हैं। अब इन फैसलों पर काम शुरु होगा। रविवार को हुई बैठक में बीसीसीआई के अध्यक्ष रोजर बिन्नी, सचिव जयशाह, पूर्व चीफ सेलेक्टर्स चेतन शर्मा, कप्तान रोहित शर्मा, हेड कोच राहुल द्रविड़ और एनसीए प्रमुख वीवीएस लक्ष्मण मौजूद रहे। इसमें वनडे वल्र्डकप की कप्तानी से लेकर टीम की फिटनेस समेत वनडे वल्र्डकप 2023 की टीम पर मंथन किया गया है। इसमें वल्र्डकप टीम के लिए 20 खिलाड़ियों को शार्टलिस्ट भी किया गया है। बता दें कि टी 20 विश्वकप 2022 के सेमीफाइनल में टीम इंडिया इंग्लैंड से बुरी तरह परास्त हो गई थी। इसके बाद फैंस का आक्रोश अपने चरम पर था। बीसीसीआई ने सेलेक्शन कमेटी को रद करने के बाद रिव्यू मीटिंग किए जाने की बात कही थी। इसमें कप्तानी से लेकर टीम से सभी पहलुओं पर चर्चा किया जाना प्रतावित था। अब ये बैठक नए साल के पहले दिन रविवार को हो गई है। बैठक का सबसे अहम फैसला वनडे वल्र्डकप टीम को लेकर किया गया है। वनडे वल्र्डकप की टीम में 20 खिलाड़ियों को शार्टलिस्ट किया गया है।
साथ ही ये भी व्यवस्था की गई है कि रोटेशन के आधार पर युवा खिलाड़ियों को चांस दिया जाएगा। इसमें बल्लेबाज, गेंदबाज और विकेटकीपर तीनों प्रकार के युवा खिलाड़ी शामिल होंगे। बता दें कि पिछले दिनों युवा खिलाड़ियों को स्थान न मिलने पर फैंस व पूर्व क्रिकेटरों ने बीसीसीआई और सेलेक्टर्स के खिलाफ जमकर आवाज उठाई थी। फैंस ने तो यहां तक कहना शुरु कर दिया था कि कुछ खिलाड़ियों के साथ राजनीति हो रही है। अब बीसीसीआई ने इसके लिए बाकायदा रोटेशन तैयार कर दिया है। जहां तक कप्तानी और कोच का सवाल है तो इसमें वनडे विश्वकप तक रोहित शर्मा ही टीम नेतृत्व करते रहने की संभावना हैं। कोच पर भी कोई फैसला नहीं आ सका है। माना जा रहा है कि वनडे विश्वकप तक कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान रोहित शर्मा के नाम पर मोहर लग गई है जबकि टी 20 टीम में कुछ बदलाव किए जा सकते हैं। इसके अलावा खिलाड़ियों के फिटनेस को लेकर भी रिव्यू मीटिंग में चर्चा हुई है। बीसीसीआई ने पिछले दिनों खिलाड़ियों की चोट से वापसी के तुरंत बाद खिलाड़ियों के चोटिल होने पर सवाल खड़े किए। इस पर बीसीसीआई ने फैसला लिया है कि चोटिल होने के बाद टीम इंडिया में वापसी के लिए खिलाड़ियों को यो-यो टेस्ट के अलावा डेक्सा टेस्ट करना जरुरी होगा। इसके बाद ही टीम इंडिया में वापसी हो सकेगी। बैठक में ये भी तय किया गया है कि वनडे वल्र्ड 2023 की तैयारियों को ध्यान में रखते हुए, एनसीए आईपीएल फ्रेंचाइजी के साथ मिलकर आईपीएल 2023 में भाग लेने वाले लक्षित भारतीय खिलाड़ियों की निगरानी करेगा। इसके साथ ही टीम इंडिया में युवा खिलाड़ियों के सलेक्शन के लिए बाकायदा नियम बना दिया है। टीम इंडिया में सेलेक्शन के लिए खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट खेलना होगा। इसमें सैयद मुश्ताक अली और रणजी ट्राॅफी जैसे अहम टूर्नामेंट होंगे। हालांकि ये स्पष्ट नहीं हो सकता है कि युवा खिलाड़ियों को कितने दिन व कितने मैच घरेलू क्रिकेट में खेलने होंगे। बता दें कि आईपीएल की शुरुआत के बाद कई युवा खिलाड़ी आईपीएल के प्रदर्शन के आधार पर टीम इंडिया का हिस्सा बन गए थे जबकि उनको घरेलू क्रिकेट खेलने का बहुत अनुभव नहीं है। हालांकि पहले लोग घरेलू क्रिकेट से ही टीम इंडिया का हिस्सा बनते थे।
अब इस पुरानी परिपाटी को एक बार फिर से लागू कर दिया है। क्रिकबज ने बीसीसीआई के सूत्र के हवाले से लिखा है कि – ‘‘यह एक बहुत ही रचनात्मक और उपयोगी बैठक थी जहां हमने पिछले प्रदर्शन की समीक्षा की और विश्व कप और विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) सहित भविष्य की घटनाओं के लिए योजना बनाई। हम यह सुनिश्चित करते हुए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को प्राथमिकता देंगे कि आईपीएल कमजोर न हो।बैठक के दौरान आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2023 के रोडमैप के साथ-साथ खिलाड़ियों की उपलब्धता, कार्यभार प्रबंधन और फिटनेस मानकों पर भी विस्तार से चर्चा की गई। फैसलों में, बीसीसीआई ने कहा कि राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) आईपीएल फ्रेंचाइजी के साथ मिलकर आईपीएल 2023 में भाग लेने वाले लक्षित भारतीय खिलाड़ियों की निगरानी के लिए काम करेगी, भारतीय खिलाड़ियों की फिटनेस के लिए नोडल केंद्र के रूप में इकाई पर जोर दिया। फिटनेस के मामले में भी कोई समझौता नहीं होगा और यो-यो टेस्ट मुख्य मानदंड होगा’’। बीसीसीआई ने बैठक के बाद एक बयान में कहा- ‘‘यो-यो टेस्ट और डेक्सा अब चयन मानदंडों का हिस्सा होंगे और खिलाड़ियों के केंद्रीय पूल के अनुकूलित रोडमैप में लागू होंगे’’। बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में सचिव जयशाह ने कहा है कि “ बीसीसीआई ने 20 खिलाड़ियों को शॉर्टलिस्ट किया है, जिन्हें वर्ल्ड कप तक रोटेट किया जाएगा”।