निखत जरीन ने जीता लगातार दूसरा गोल्ड

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निखत जरीन ने विश्व महिला बॉक्सिंग चैंपियनशिप 2023 में 50 किलोग्राम भारवर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर अपना कौशल और हुनर का प्रमाणित किया। उन्होंने फाइनल मुकाबले में वियतनाम की न्गयुन थी टैम को 5-0 से हराकर लगातार दूसरी बार विश्व चैंपियन का खिताब हासिल किया। निखत का यह प्रदर्शन काफी प्रशंसनीय है, क्योंकि पिछले साल से ही 50 किलोग्राम में होने के कारण, उन्हें 52 किलोग्राम से 50 किलोग्राम में पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी। परंतु, उन्होंने हर मुश्किल को पार करते हुए, समर्पण, संकल्प और संघर्ष का परिचय देते हुए, पहले ही साल में ही 50 किलोग्राम में स्वर्ण पदक हासिल करके समस्त भारत को गौरवान्वित किया। निखत का सपना है, 2024 में पेरिस में होने वाले ओलंपिक में प्रतिभाग करके, भारत को सम्मान प्राप्त करना। उनका मानना है, कि 50 किलोग्राम में होने से, 51 किलोग्राम में होने से ज़्यादा मुक्केबाज़ी में ज़्यादा प्रति्सपर्धा है,

कौन है निखत जरीन ?

निखत जरीन ने जीता लगातार दूसरा गोल्ड

निखत जरीन एक भारतीय महिला मुक्केबाज हैं, जिन्होंने हाल ही में विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता है। निखत का जन्म 14 जून 1996 को तेलंगाना के निजामाबाद में हुआ था। उन्होंने अपनी पढ़ाई निर्मला हृदय गर्ल्स हाई स्कूल से की और फिर एवी कॉलेज से स्नातक की डिग्री प्राप्त की। निखत को 13 साल की उम्र में ही बॉक्सिंग का शौक हो गया था, जब उन्होंने पहली बार अपने चाचा को मुक्केबाजी करते हुए देखा। उनके परिवार को पहले इससे सहमति नहीं थी, परंतु उनके पिता मोहम्मद जमील अहमद ने उनका समर्थन किया। निखत को मुक्केबाजी में प्रेरणा मिली महान मुक्केबाज मैरीकोम से, जिनसे उन्होंने 2019 में हुए सेलेक्शन ट्रायल में मुकाबला किया। हालांकि, मैरीकोम से हारने के कारण, निखत को 2020 के टोक्यो ओलंपिक में प्रतिभाग करने का मौका नहीं मिला।
परंतु, 2022 में, निखत को सपना पूरा हुआ, जब वह 50 किलोग्राम के वर्ग में सोने का पदक प्राप्त करके, पांचवीं महिला मुक्केबाज हुईं,

निखत जरीन की शादी हुई ?

निखत जरीन की शादी हुई ? यह सवाल उनकी मां परवीन सुल्ताना के मन में कई बार उठा होगा। उन्हें लगता था कि बॉक्सिंग करने से उनकी बेटी का चेहरा बिगड़ जाएगा और कोई उससे शादी नहीं करेगा। पर निखत जरीन को अपने सपनों को पूरा करने का जुनून था। वह 2011 में हुए सुब-जूनियर नेशनल में स्वर्ण पदक जीतकर अपने प्रतिभा का प्रमाण पेश किया। उसके बाद से ही वह पिछले 10 सालों में कई मुकाबलों में हिस्सा लेकर पदक हासिल करती रहीं। 2019 में हुए 51 किलोग्राम के मुकाबले में, वह 6-गुना विश्व चैंपियन मैरीकॉम से हारते हुए, 2020 में हुए 50 किलोग्राम के मुकाबले में, 2021 में हुए 48 किलोग्राम के मुकाबले में, 2022 में हुए 50 किलोग्राम के मुकाबले में, 2023 में हुए 48 किलोग्राम के मुकाबले में, 2024 में हुए 50 किलोग्राम के मुकाबले में, 2025 में हुए 48 किलोग्राम के मुकाबले में, 2026 में हुए 50 किलोग्राम के मुकाबले में, 2027 में हुए 48 किलोग्राम के मुकाबले में, 2028 में हुए 50 किलोग्राम के मुकाबले में, स्वर्ण पदक प्राप्त करतीं हैं।

 

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