झुग्गी झोपड़ियों में रहने वालों के लिए मसीहा बन गए देश के युवा

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विश्व प्रसिद्ध दरगाह किछौछा शरीफ ये ऐसी दरगाह है जहां हिंदुस्तान ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के कोने, कोने से लोग अपनी मन्नत और मुराद को ले करके आते हैं और रूहानी शिफा पाते। ये दरगाह अंबेडकर नगर के बसखारी में स्थित है यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी जाती है। देश मे लॉक डाउन चल रहा है जिसके कारण किछौछा शरीफ में आए हुए श्रद्धालु भी लाभ डाउन का पालन कर रहे हैं.

ऐसे में अपने घर से दूर जो दर्शन करने आए हैं श्रद्धालुओं उनके जीवन के लिए भारी समस्या। स्थानीय निवासियों की माने तो लगभग दर्शन करने आए श्रद्धालुओं की संख्या 15000 है  तो किसी के परिवार में 5 सदस्य किसी के परिवार में 11 सदस्य साथ सब अलग अलग जगह से भी है कोई बिहार से है तो कोई मुंबई से कोई राजस्थान से कोई गाजीपुर से इसी तरह देश के कोने कोने से श्रद्धालुओं किछौछा शरीफ में मौजूद हैं। जिनकी के लिए  सबसे बड़ी समस्या अपना पेट भरना है।  इस बड़ी मुसीबत पर वहां के स्थानीय ने गरीबों का पेट भरना शुरू कर दिया है।

झुग्गी झोपड़ियों में जिन लोगों को आप देख रहे हैं ये यहा के निवासी नहीं है यह दिहाड़ी मजदूर हैं 1 दिन काम करते है  तो उसी दिन खाते हैं। ऐसे में इनके पास ना तो राशन नहीं खाने की कोई और सामग्री। जिनके लिए ऑल इंडिया बज़मे अशरफ  संस्थान ने सराहनीय कार्य करते हुए इन लोगों का पेट भरना शुरू कर दिया है।

इस संस्था की अध्यक्ष सैयद हैदर का कहना है कि हम दिन में दो वक्त इन्हें खाना देते हैं और जब से लॉक डाउन हिंदुस्तान में हुआ है तब से हमने यह कार्य प्रारंभ कर दिया है हमारी टीम पूरी मुस्तैदी से कार्य करती है। औऱ आगे भी करेगी बता दे इस काम मे प्रेसिडेंट सैयद हैदर किछौछवी
नेशनल जनरल सेक्रेटरी मौलाना सैयद आरफ़ अशरफ किछौछवी नफीस किछौछवी ज़ोनल सेक्रेटरी उत्तर प्रदेश की अहम भूमिका है। 

झुग्गी झोपड़ियों में रहने वालों के लिए मसीहा बन गए देश के युवा

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विश्व प्रसिद्ध दरगाह किछौछा शरीफ ये ऐसी दरगाह है जहां हिंदुस्तान ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के कोने, कोने से लोग अपनी मन्नत और मुराद को ले करके आते हैं और रूहानी शिफा पाते। ये दरगाह अंबेडकर नगर के बसखारी में स्थित है यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी जाती है। देश मे लॉक डाउन चल रहा है जिसके कारण किछौछा शरीफ में आए हुए श्रद्धालु भी लाभ डाउन का पालन कर रहे हैं.

ऐसे में अपने घर से दूर जो दर्शन करने आए हैं श्रद्धालुओं उनके जीवन के लिए भारी समस्या। स्थानीय निवासियों की माने तो लगभग दर्शन करने आए श्रद्धालुओं की संख्या 15000 है  तो किसी के परिवार में 5 सदस्य किसी के परिवार में 11 सदस्य साथ सब अलग अलग जगह से भी है कोई बिहार से है तो कोई मुंबई से कोई राजस्थान से कोई गाजीपुर से इसी तरह देश के कोने कोने से श्रद्धालुओं किछौछा शरीफ में मौजूद हैं। जिनकी के लिए  सबसे बड़ी समस्या अपना पेट भरना है।  इस बड़ी मुसीबत पर वहां के स्थानीय ने गरीबों का पेट भरना शुरू कर दिया है।

झुग्गी झोपड़ियों में जिन लोगों को आप देख रहे हैं ये यहा के निवासी नहीं है यह दिहाड़ी मजदूर हैं 1 दिन काम करते है  तो उसी दिन खाते हैं। ऐसे में इनके पास ना तो राशन नहीं खाने की कोई और सामग्री। जिनके लिए ऑल इंडिया बज़मे अशरफ  संस्थान ने सराहनीय कार्य करते हुए इन लोगों का पेट भरना शुरू कर दिया है।

इस संस्था की अध्यक्ष सैयद हैदर का कहना है कि हम दिन में दो वक्त इन्हें खाना देते हैं और जब से लॉक डाउन हिंदुस्तान में हुआ है तब से हमने यह कार्य प्रारंभ कर दिया है हमारी टीम पूरी मुस्तैदी से कार्य करती है। औऱ आगे भी करेगी बता दे इस काम मे प्रेसिडेंट सैयद हैदर किछौछवी
नेशनल जनरल सेक्रेटरी मौलाना सैयद आरफ़ अशरफ किछौछवी नफीस किछौछवी ज़ोनल सेक्रेटरी उत्तर प्रदेश की अहम भूमिका है। 

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