नई दिल्ली: बार्डर-गावस्कर सीरीज का चैथा और अंतिम टेस्ट मैच 9 मार्च को नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाएगा। वल्र्ड टेस्ट चैंपियनशिप की दृष्टि से भारत के लिए ये मैच करो या मरो जैसा है। अगर टीम इंडिया इस मैच को जीतने में कामयाब हो जाती है तो इंग्लैंड के ओवल में होने वाले टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल का टिकट मिल जाएगा। इसके लिए टीम इंडिया अहमदाबाद पहुंच चुकी है। खिलाड़ी मैदान पर जमकर पसीना बहा रहे हैं। कप्तान रोहित शर्मा आखिरी और निर्णायक मैच में नई स्टेर्जी के साथ मैदान में उतरने वाले हैं। उन्होंने अपने खास व धाकड़ प्लेसर को टीम में वापस बुला लिया है। ये प्लेयर अहमदाबाद में प्रैक्टिस के दौरान मैदान पर देखा गया है। इससे लगभग यह तय हो गया है कि इस धाकड़ खिलाड़ी की टीम में वापसी होने जा रही है। हम आपको इस रिपोर्ट में इस धाकड़ खिलाड़ी का नाम बताएंगे, साथ ही ये भी बताएंगे कि अंतिम टेस्ट के लिए ये खिलाड़ी इतना अहम क्यों है।
चौथे टेस्ट में शमी की होगी इन्ट्री
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि अबतक बार्डर-गावस्कर सीरीज के तीन मैच हो चुके है। भारतीय टीम ने सीरीज में 2-1 की बढ़त बना रखी है लेकिन पिच को लेकर मचा हंगामा सभी की जानकारी में है। अब तक जो मैच हुए हैं उसमें स्पिन गेंदबाजों का जलवा रहा है लेकिन आखिरी मैच में ऐसा होने वाला नहीं है। खुद आईसीसी का पैनल पिच की गुणवत्ता पर नजर बनाए हुए है। पहले भी बीसीसीआई को इंदौर टेस्ट में खराब पिच बनाने के लिए शर्मिंदगी उठानी पड़ी है, इसलिए ऐसा माना जा रहा है कि पिच लाल मिट्टी से बनी टफ पिच होगी, जिसमें तेज स्विंग गेंदबाज काफी अहम रोल अदा कर सकते है। भारतीय टीम के इंदौर मैच के प्लेईंग इलेवन की बात की जाए तो टीम में दो अहम बदलाव किए गए थे। पहला दो ये कि केएल राहुल की जगह शुभमन गिल को मौका दिया गया था, साथ ही गेंदबाजी में मोहम्मद शमी की जगह उमेश यादव को स्थान मिला था। केएल राहुल को बाहर किए जाने की वजह उनका खराब फार्म था लेकिन मोहम्मद शमी को वर्कलोड मैनेजमेंट के तहत आराम दिया गया था। ऐसा इसलिए किया गया था कि टेस्ट सीरीज के बाद टीम इंडिया को आॅस्ट्रेलिया के साथ वनडे मैचों की सीरीज भी खेलनी है,
वनडे टीम का भी हिस्सा मोहम्मद शमी हैं। लेकिन तीसरा मैच बुरी तरह से हार जाने के बाद कप्तान रोहित शर्मा ने मोहम्मद शमी को वापस बुला लिया है। वो प्रैक्टिस के दौरान मैदान पर गेंदबाजी करते दिखे हैं। बता दें कि मोहम्मद शमी ने बार्डर-गावस्कर सीरीज के दो मैचों में हिस्सा लिया था, स्पिन पिच होने के बाद भी शमी को 30 ओवर में सात विकेट मिले थे। वो भारत की ओर से सबसे सफल तेज गेंदबाज रहे थे। अब क्योंकि आखिरी मैच वल्र्ड टेस्ट चैंपियनशिप की दृष्टि से काफी अहम है, इसलिए एक बार फिर से नई पिच पर शमी की वापसी होना तय है। मोहम्मद शमी इसलिए भी प्लेईंग इलेवन का हिस्सा होंगे क्योंकि तेज पिचों में वो खतरनाक गेंदबाजी के लिए जाने जाते हैं। शमी तेजगेंदों में दोनों ओर से स्विंग कराने के साथ रिवर्स स्विंग के भी महारथी हैं। ऐसे में उनको टीम में स्थान मिलना लगभग तय है।
उमेश और सिराज को दिया जा सकता है आराम
माना जा रहा है कि आखिरी मैच में उमेश यादव या मोहम्मद सिराज में से किसी एक को प्लेईंग इलेवन से बाहर किया जाएगा। यह भी संभव है कि तेज गेंदबाजों में उमेश यादव और मोहम्मद सिराज दोनों को आराम दिया जाए। मोहम्मद सिराज भी आॅस्ट्रेलिया के साथ होने वाली वनडे सीरीज का हिस्सा हैं। वो लगातार कई माह से मैदान पर खेल रहे है। ऐसे में इन दोनों खिलाड़ियों के स्थान पर जयदेव उनादकट को प्लेईंग इलेवन को शामिल किया जा सकता है। आखिरी मैच की प्लेईंग इलेवन में बल्लेबाजी में भी एक बदलाव की संभावना बनती दिख रही है। लगातार तीन टेस्ट मैचों में खराब परफाॅरमेंस करने वाले केएस भरत को कप्तान रोहित शर्मा प्लेईंग इलेवन से बाहर कर सकते है। इनकी जगह पर युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन को मौका मिल सकता है। जेसा कि आप सभी जानते हैं कि ईशान किशन शानदार बल्लेबाजी करने के लिए जाने जाते हैं।