अंबेडकरनगर ,दिनेश वर्मा , हर युग में मदद करने वाले मसीहा के रूप में इंसान अवतरित हुए हैं जो इतिहास के पन्नों में अपना नाम सदा के लिए अमिट करा दिए हैं ।भारत से विदेशों में जाने वाले भारतीय बेरोजगार युवाओं की कमी नहीं है और यही बेरोजगार युवक जब विदेशों में दलालों के चंगुल में फंस कर वहां से वापस नहीं आ पाते हैं तो उनके लिए सबसे बड़ी संकट की स्थिति उत्पन्न हो जाती है जिसमें ना तो उनका कोई सगा संबंधी होता है और ना ही कोई मित्र । जो उन्हें अपने वतन और घर की वापसी का रास्ता दिखा सके नौजवान भारतीय युवाओं के लिए अंबेडकर नगर निवासी आबिद हुसैन ही एकमात्र सहारा बन कर उनकी जीवन रूपी नैया को पार लगाने का काम कर रहे हैं । आबिद हुसैन ऐसे दरियादिली इंसान हैं जो लगभग सैकड़ों भारतीय युवाओं को जो विदेशों में फंसे हुए थे उनको अपने वतन वापस लाने का काम कर चुके हैं । सूत्रों के अनुसार ऐसा ही एक मामला थाना अलीगंज क्षेत्र के ग्राम पंचायत दहिया वर का पुरवा दरवेशपुर निवासी रामपाल वर्मा जो विगत 6 वर्षों से सऊदी अरब में जाकर ड्राइवरी का काम करता था ।
दूसरी बार अपने वतन वापस आने की तैयारी चल ही रही थी कि 5 -3 -2022 को एक कार दुर्घटना में उसकी मृत्यु हो गई साथ में उनके मालिक का लड़का भी उक्त वाहन में सवार था उसे भी गंभीर रूप से चोट आई थी । घर वालों को जब रामपाल की मृत्यु का समाचार मिला तो परिवार वाले के सामने मानो अंधेरा छा गया क्योंकि रामपाल ही केवल परिवार की कमाई के मुख्य जरिया थे जिससे परिवार का खर्चा चलता था । घर वालों को तो पहले रामपाल के मृत शरीर को लाने की इधर उधर लोगों से जानकारी प्राप्त किया तो दहियावर निवासी सैयद रजा जैदी ने पालनहार आबिद हुसैन का नाम और उनका मोबाइल नंबर बताया आबिद हुसैन ने दरियादिली दिखाते हुए सऊदी अरब में स्थित इंडियन काउंसलेट से तुरंत संपर्क किया रामपाल के मृत शरीर को वापस लाने का प्रयास भी तेज कर दिया । बजरंगी भाईजान के नाम से मशहूर आबिद हुसैन के अथक प्रयास से रामपाल की मृत शरीर को 25 -3- 2022 को उनके पैतृक गांव दरवेशपुर में पहुंचने की सूचना प्राप्त हुई है । पूरा गांव मृतक रामपाल के मृत शरीर के अंतिम दर्शन के लिए करुणा भरे नेत्रों से पलके बिछाए हुए हैं । 25-3- 2022 को उनका अंतिम संस्कार टांडा स्थित महादेवा घाट पर होने की सूचना है ।
0 Comments