लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद समाजवादी पार्टी ने अपने कई संगठनों को भंग कर दिया है। बताया जा रहा है कि इस बार समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव कोई भी कमीज छोड़ना नहीं चाह रहे इसलिए संगठन को भंग करके नए चेहरे को शामिल करने के लिए मंथन कर रहे हैं। बीते चुनाव में समाजवादी पार्टी ने बसपा से गठबंधन किया था तो समाजवादी पार्टी के सामने टक्कर देने के लिए सिर्फ भाजपा थी लेकिन इस बार सपा बसपा का गठबंधन टूट गया है। जिसके बाद से समाजवादी पार्टी को अब बसपा को बैठक कर देना होगा इस लिहाज से समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पूरी मजबूती के साथ संगठन को नए कलेवर में तैयार करने की कोशिश कर रहे हैं। सूत्रों की मानें तो अखिलेश यादव इस बार नए सिरे से फ्रंटल संगठन को गठित करेंगे जो विधानसभा स्तर तक की कमेटी होगी कि अखिलेश यादव ने विधानसभा स्तर तक की कमेटियों को भंग कर दिया है और नया स्तर पर नजरों को मौका मिल सकता है। सूत्रों के मुताबिक उप चुनाव को देखते हुए समाजवादी पार्टी ने यह कदम उठाया है क्योंकि बीजेपी और बसपा को उत्तर प्रदेश में टक्कर देने के लिए समाजवादी पार्टी को मजबूत होना पड़ेगा जिसके देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है कि उपचुनाव में छोटे-छोटे दलों को समाजवादी पार्टी अपने में जोड़कर मजबूती से चुनाव मैदान में उतरेगी बीते कुछ दिनों पहले एक तस्वीरें सामने आई थी। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी की नेता ओमप्रकाश राजभर ने अखिलेश यादव से मुलाकात की थी उसके बाद से ही कयास लगाया जा रहा है कि समाजवादी पार्टी छोटे-छोटे दलों को जोड़कर अपने को मजबूत करने का प्रयास कर रही।