गोंडा शहर में पोर्टर गंज में चल रहे हरिकथा ज्ञानयज्ञ के पांचवे दिन गोरखपुर से आये आशुतोष महाराज के शिष्य स्वामी अर्जुनानंद महाराज कथा के संत ज्ञानेश्वर के जीवन की लीला से भक्तगण को प्रकाश डालने का प्रयास किया गया चांद देव को ज्ञान देकर गुरु की महिमा बताई गई ।
अंतिम दिवस के अवसर पर बारिश होने के बावजूद भी श्रोताओं व भक्तजनों की मौजूदगी काफी संख्या में बनी रही।12 जनवरी से चल रहे इस हरिकथा ज्ञानयज्ञ का आयोजन दिव्य ज्योति जागृत संस्थान द्वारा किया जा रहा है।
अंतिम दिवस के अवसर पर बारिश होने के बावजूद भी श्रोताओं व भक्तजनों की मौजूदगी काफी संख्या में बनी रही।12 जनवरी से चल रहे इस हरिकथा ज्ञानयज्ञ का आयोजन दिव्य ज्योति जागृत संस्थान द्वारा किया जा रहा है।
जिसमे हजारों की संख्या में श्रद्धालु अपने जीवन को सफल बनाने के उद्देश्य से शामिल हो रहे हैं।
गोरखपुर से आये स्वामी अर्जुनानंद महाराज जी ने बताता की आशुतोष महाराज द्वारा कहा गया है कि धर्म केवल बातों का विषय नही है ये साक्षात्कार का विषय है।
हमलोग उन्ही के मार्गों पर चलकर धर्म की वास्तविक परिभाषा मानव को समझाने का प्रयास कर रहे हैं।