हम सभी को अपनी ऊर्जा का प्रयोग सकारात्मकता में करना चाहिए। उन्होने छात्र/छात्राओं को चेतन व अवचेतन मन के बारें में विस्तार से बताया। उन्होने बताया कि अवचेतन मन का विकास जन्म से लेकर 12 वर्ष तक के बच्चो का विकास तेजी से होता है। इस उम्र में बच्चें किसी चीज को जल्दी ग्रहण करता है। उन्होने कहा कि शिक्षा में शून्य निवेश नवाचार प्रदर्शनी में कठिन विषयों को सरल चित्रात्मक/खेल के माध्यम से प्रस्तुत किया गया जो काफी सराहनीय है। उन्होने प्रचार्य डायट/प्रभारी बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कहा कि इसमें से जो भी नवाचार है, वे प्रत्येक विद्यालयों में जाकर छात्र/छात्राआंे को कठिन विषयों को चित्र व खेल के माध्यम से बताये, जिससे छात्र/छात्राएं इसका लाभ उठा सकें। इस अवसर पर प्रचार्य डायट/प्रभारी बेसिक शिक्षा अधिकारी अमरनाथ राय, सम्बधित खण्ड शिक्षा अधिकारी, अध्यापकगण सहित छात्र/छात्राएं उपस्थित रहे।
शिक्षा क्षेत्र पल्हनी में आयोजित शिक्षा में शून्य निवेश नवाचार प्रदर्शनी एवं शिक्षक सम्मान समारोह
आजमगढ़ अरविन्दो सोसाइटी द्वारा जुनियर हाई स्कूल जाफरपुर, शिक्षा क्षेत्र पल्हनी में आयोजित शिक्षा में शून्य निवेश नवाचार प्रदर्शनी एवं शिक्षक सम्मान समारोह का जिलाधिकारी नागेन्द्र प्रसाद सिंह द्वारा सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलित कर शुभारम्भ किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी द्वारा छात्र/छात्राओं द्वारा लगायी गयी शिक्षा में शून्य निवेश नवाचार प्रदर्शनी का अवलोकन किया गया। इस अवसर पर जिलधिकारी ने अपने सम्बोधन में कहा कि प्रकृति नवाचार का स्रोत है। सारी पद्धतियों का इजाद प्रकृति द्वारा पहले से ही किया गया है, हम सभी को बस समझनें की जरूरत है। उन्होने कहा कि ब्रम्हाण्ड का प्रत्येक कण नृत्य करती एक ऊर्जा है।