कानपुर से शुरू हुई समाजवादी विजय यात्रा में एक तस्वीर ने लोगों को अपनी तरफ आकर्षित कर लिया दरअसल सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के साथ एक छोटा बच्चा लाल टोपी लगाए सपा का झंडा लहराता दिखाई दिया जिसका नाम है खजांची।
खजांची कोई मामूली बच्चा नहीं है यह सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव का सबसे चाहता है जो बीजेपी के लिए मुसीबत बनता जा रहा है दरअसल बीजेपी सरकार द्वारा देश में नोटबंदी का कार्य बेहद गलत साबित हुआ पीएम नरेंद्र मोदी की शासनकाल की सरकार ने नोटबंदी करने का उद्देश्य आतंकवाद और नकली नोटों को रोकने का था जबकि ऐसा कुछ हुआ नहीं था बल्कि नोटबंदी से गरीब मजलूम और बेसहारा लोग बुरी तरह टूट गए थे जिसकी जीती जागती तस्वीर खजांची है। खजांची वही लड़का है जो अखिलेश यादव की डूबती नैया का सहारा बनेगा ऐसा राजनीतिक विशेषज्ञ मानते। क्योंकि खजांची को अपने साथ में रखकर अखिलेश यादव बीजेपी सरकार पर हमलावर होंगे या खामोशी से लोगों को यह संदेश देंगे कि यह वही लड़का है जो बीजेपी की गलत नीतियों की वजह से बैंक की लाइन में जन्मा है जिसको लेकर के अखिलेश यादव ने कई बार प्रेस कॉन्फ्रेंस की और बीजेपी पर हमला भी बोला है।
अब जानिए कब पैदा हुआ था खजांची नोटबंदी के दौरान कानपुर देहात स्थित पंजाब नेशनल बैंक शाखा के बाहर लाइन में खड़ी नि:शक्त महिला ने बच्चे खजांची नाथ को जन्म दिया था। उसकी परवरिश के लिए पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दो लाख रुपये की चेक दी थी, लेकिन उसकी मां ने बच्चे की परवरिश में रुपये खर्च करने के बजाय उधारी निपटाने और बेटियां की शादी के लिए बड़ी रकम फिक्स कर दी। लेकिन खजांची के परिवार को समय समय पर अखिलेश यादव और उनकी पार्टी के नेता मदद करते दिखाई देते हैं।
केंद्र सरकार ने 2016 नवंबर माह में नोटबंदी की थी, तभी झींझक ब्लॉक क्षेत्र की नि:शक्त सर्वेशा लोहिया आवास की प्रथम किस्त 20 हजार रुपये उठाने के लिए सास शशि देवी के साथ 2 दिसंबर 2016 को झींझक कस्बा स्थित पंजाब नेशनल बैंक में आई थी। बैंक में भीड़ होने के चलते वह लाइन में खड़ी रही। करीब 4 घंटे तक कतार में खड़े रहने के बाद उसने वहीं पर एक बच्चे को जन्म दिया था। जिसके बाद आनन-फानन में बैंक शाखा प्रबंधक एसके चौधरी की सूचना पर पुलिस ने उसे घर पहुंचाया। उसका जन्म बैंक में होने के कारण उसका नाम खजांची नाथ रखा गया, जो पूरे देश में चर्चा का विषय रहा। उस समय सपा सरकार के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने खजांची की तारीफ करने के साथ उसकी मां सर्वेशा को 24 दिसंबर को लखनऊ में एक कार्यक्रम के दौरान 2 लाख रुपये का चेक दिया और हर रैली में खजांची का जिक्र करना नहीं भूले। खजांची के घर लोगों का तांता लगा रहा। आज फिर जब अखिलेश यादव कानपुर पहुंचे तो समाजवादी विजय यात्रा में खजांची को बुलाया गया और खजांची ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ सपा का झंडा लहराया जिसको देखकर कार्यकर्ताओं में जोश उबल पड़ा। विजय यात्रा के दौरान अखिलेश यादव ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जब जब समाजवादी पार्टी का रस निकला है तब उत्तर प्रदेश में परिवर्तन देखने को मिला है और एक बार फिर उत्तर प्रदेश में परिवर्तन होगा और सत्ता में समाजवादी पार्टी की सरकार होगी।