सभासदों का कहना कि सांकेतिक धरने के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग और सुरक्षा का भी ध्यान रखा गया है. सभासदों ने आरोप लगाया कि पिछले 15 महीने से नगर पंचायत बोर्ड की बैठक नगर पंचायत अध्यक्ष द्वारा नहीं बुलाई गई और दिन प्रतिदिन कस्बे में समस्याओं का अंबार लग रहा है एवं विकास की गति धीमी पड़ती जा रही है.
आरोप है कि स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत दो वर्ष पूर्व पांच सामुदायिक शौचालय की पहली किश्त की धनराशि का आवंटन होने के बाद भी सामुदायिक शौचालय का कार्य पूर्ण नहीं हो सका. सभासदों ने आरोप लगाया कि आज तक बोर्ड की जितनी भी बैठके संपन्न हुई है उनकी छाया प्रति सभासदों को नहीं उपलब्ध कराई गई. अध्यक्ष पर जांच करवाकर कार्रवाई की मांग की है. धरने पर सभासद हसन उल्ला, विवेक द्विवेदी, सभासद प्रतिनिधि विश्वप्रकाश जयसवाल, राम कुमार, सभासद प्रतिनिधि अभिषेक केसरिया, सभासद प्रतिनिधि संजीत कुमार, सभासद प्रतिनिधि सनी कुमार तथा चन्दन कुमार मौजूद रहे.
वहीं जब इस मामले पर अपर जिलाधिकारी वंदिता श्रीवास्तव से बात की तो उन्होंने कहा कि मामले की जांच उपजिलाधिकारी मुसाफिरखाना को सौंपी गई है.