उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे के बीच सरकार ने लाेगों से कोविड प्रोटोकाल के पालन करने और टीकाकरण अभियान में बढ़ चढ़ कर भाग लेने की अपील की है।
सूबे के अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने शनिवार को पत्रकारों से कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामलों में उछाल आ रहा है, सरकार इसके लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। टेस्ट की संख्या बढ़ाई गई हैं। अस्पताल में भी सुविधा बढ़ाई गयी है जैसा कि कोरोना के पीक के समय में थी। प्रदेश में 5392 कन्टेनमेंट जोन हैं। सभी लोगों से अपील है कि कोविड-19 के प्रोटोकाल का अवश्य पालन करें, जैसे साबुन-पानी से नियमित हाथ धोते रहे, मास्क लगाये उसके साथ-साथ जो टीकाकरण की प्रक्रिया चल रही है उसमें बढ़-चढ़कर भाग लें।
उन्होने कहा कि प्रदेश में कोविड वैक्सीनेशन का टीकाकरण सोमवार से शनिवार किया जा रहा है। जो लोग 45 वर्ष से अधिक हैं वे अपना टीकाकरण नजदीकी सरकारी अस्पताल में करायेंगे तो निःशुल्क होगा, अगर प्राइवेट चिकित्सालय में करायेंगे तो एक डोज का 250 रूपये भुगतान करना होगा। इसमें किसी प्रकार का डर न रखें।
श्री सहगल ने कहा कि अभी तक 3.52 करोड़ टेस्ट हुए है। इतनी बड़ी संख्या में टेस्ट पूरे देश के किसाी राज्य में नहीं हुए है। 15.37 करोड़ की जनसंख्या तक व्यक्तिगत रूप से हमारी टीमों ने पहुंचकर उनका हालचाल जाना है।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में शुक्रवार को 1,66,110 सैम्पल की जांच की गयी, जिसमें से 76000 आईटीपीसीआर के माध्यम से जांच की गयी। प्रदेश में अब तक कुल तीन करोड़ 52 लाख 36 हजार 205 सैम्पल की जांच की गयी है। प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना सेे संक्रमित 3290 नये मामले आये हैं। प्रदेश में 16,496 कोरोना के एक्टिव मामले में से 8,933 लोग होम आइसोलेशन में हैं। निजी चिकित्सालयों 383 मरीज अपना इलाज करा रहे है, इसके अतिरिक्त एल-1, एल-2 सरकारी चिकित्सालयों में निशुल्क इलाज करा रहे है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में अब तक 6,05,077 लोग कोविड-19 से ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। कोरोना से बचने के लिये लोगबाग अपने हाथ को साबुन-पानी से धोते रहें। जब आप अपने हाथ को धोते हैं तो कम से कम 30 सेकण्ड तक धोते रहें जिससे विषाणु नष्ट हो जायें, और जहां भी जाइये लोगों से दो गज की दूरी अवश्य बनाएं, और भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें। बिना जिला प्रशासन की अनुमति के किसी कार्यक्रम का आयोजन न करें। और कोशिश करें कि घर के बड़े-बुजुर्ग का टीकाकरण अवश्य कराएं।