अम्बेडकरनगर, किसी भी प्राणी कि जब चेतना शून्य हो जाती है तब उसका शरीर उसके काबू में नहीं रहता है | कुत्ता वैसे भी पालतू जानवर के रूप में वफादार भी माना जाता है| मगर जब वह चेतना शून्य हो जाता है तो वह अपने स्वामी भक्त को भूल कर लोगों को काटने का काम करता है ऐसा ही कुछ नजारा थाना अलीगंज के ग्राम हिथूरी दाऊदपुर में देखने को मिला जहां पर एक कुत्ता आधा दर्जन से अधिक लोगों को अपना शिकार बना
आने जाने वाले राहगीरों के लिए उसने मुश्किलें खड़ी कर दी है लोग भय बस उस रास्ते से आना जाना बंद कर दिए हैं |फिर भी यदि कोई भूल वश उस रास्ते से गुजरता है तो वह पागल कुत्ता सही सलामत जाने नही देता है |आज सुबह लगभग 9:00 बजे के करीब थाना अलीगंज क्षेत्र के फरीदपुर कुतुब निवासी अरविंद कुमार आयु लगभग 19 वर्ष किसी काम से उस रास्ते से घर जा रहा था कि अचानक उस पागल कुत्ते ने पीछे से हमला करके उसके पैर में काट लिया यहां तक की उसके पैर मै लगे दातों के निशान से गहरा घाव बन गया है | मुश्किल तो तब हो रही थी जब अरविंद कुमार इलाज कराने के लिए जिला अस्पताल में जाना चाहता था परंतु वहां पर उसने पता किया तो किसी ने बताया कि जिला अस्पताल में कोरोना महामारी के चलते पागल कुत्ते के काटने का इलाज नहीं हो रहा है| जिससे घर वापस चला आया और केदारनगर बाजार में स्थित एक निजी चिकित्सक के यहां उसने अपना इलाज करवाया तब जाकर उसे कुछ राहत मिली | ग्रामीणों ने बताया कि यह पागल कुत्ता लगभग एक माह से ही आधा दर्जन से अधिक लोगों को अपना शिकार बना चुका है| आने जाने वाले राहगीर के लिए यह पागल कुत्ता मुसीबत बन गया है अरविंद कुमार ने बताया कि यह पागल कुत्ता अरसाँवा निवासिनी शारदा देवी को 1 सप्ताह पहले काट चुका है और रसूलपुर निवासी जयराम वर्मा आयु लगभग 60 वर्ष को भी यह अपना शिकार बना चुका है पागल कुत्ते के इस आतंक से लोग दहशत के साए में जी रहे हैं और अपना रास्ता बदल दिए हैं कुछ भी हो यह पागल कुत्ता लोगों के लिए मानसिक रूप से परेशानी का कारण बन चुका है| अब देखना यह है कि इस पागल कुत्ते का निराकरण ग्रामीण करते हैं अथवा किसी स्थानीय प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम उठाया जाता है |