
जौनपुर,
उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशानुसार और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, जौनपुर के तत्वावधान में आज राजाराम बालिका इण्टर कालेज, धर्मापुर में विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की देखरेख अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश तृतीय/सचिव पूर्णकालिक, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, जौनपुर प्रशांत कुमार सिंह ने की।
शिविर के दौरान प्रशांत कुमार सिंह ने संविधान की प्रस्तावना का वाचन करते हुए इसे संविधान की आत्मा और कुंजी बताया। उन्होंने संविधान के मूलभूत सिद्धांतों जैसे लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता, गणराज्य, समानता, बंधुत्व, एकता और अखंडता पर विस्तार से चर्चा की। साथ ही संविधान सभा के अध्यक्ष डा0 भीमराव अंबेडकर, डा0 बी0एन0 राव और अन्य सदस्यों को महान संविधान निर्माता के रूप में याद किया।
डिप्टी चीफ, लीगल एड डिफेंस काउंसिल, जौनपुर डा0 दिलीप कुमार सिंह ने मौलिक अधिकारों और उनके संरक्षण के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भाग 3 (अनुच्छेद 12 से 35) नागरिकों के अधिकारों का विवरण है, जिनकी सुरक्षा का प्रहरी सर्वोच्च न्यायालय है। वहीं भाग 4 (अनुच्छेद 36 से 51) राज्य के नीति निर्देशक तत्वों को समझाता है।
पैनल अधिवक्ता देवेन्द्र कुमार यादव ने महिलाओं के अधिकार और राष्ट्रीय एवं जिला विधिक सेवा योजनाओं के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा की।
इस अवसर पर प्रधानाचार्य वंदना मौर्या, मैनेजर डा0 डी0के0 मौर्य, अध्यापकगण सुनीता देवी, विभा पाल, अवधेश यादव और छात्र-छात्राएं उपस्थित रही।
इसी क्रम में जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, जौनपुर सुशील कुमार शशि की अध्यक्षता में जनपद न्यायालय परिसर में भी संविधान की प्रस्तावना का पाठन कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें न्यायिक अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
साथ ही, वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में भी विधिक साक्षरता एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।