सुल्तानपुर में एक आशाबहू की लापरवाही के चलते गर्भवती महिला का अस्पताल परिसर में बीच सड़क पर ही गर्भपात हो गया। बीच सड़क पर गर्भपात होता देख हड़कम्प मच गया। आनन फानन वहां मौजूद लोग उसे जिला महिला अस्पताल ले गये जहाँ उसका इलाज चल रहा है। वही आशाबहू मामले की लीपापोती में जुट गई है। दरअसल ये मामला गोसाईंगंज थाना क्षेत्र के जफरापुर गांव का है। कोई यह पहला मामला नहीं है न जाने आशाबहुओ और डॉ की लापरवाही से कितने बच्चें व माँओ ने यहाँ इलाज़ से पहले ही दम तोडा है। जहाँ आज इसी गांव के रहने वाले कन्हई की पत्नी किरण पिछले साढ़े 6 माह से गर्भवती थी। आज सुबह किरण की तबियत बिगड़ी तो उसकी बहन गांव की आशाबहू प्रमिला को साथ लेकर जिला महिला अस्पताल के लिये निकली। लेकिन रास्ते में ही आशाबहू प्रमिला कमीशन के चक्कर में किरण और उसकी बहन को बहका दिया और जिला महिला अस्पताल के बजाय उसे नवजीवन अस्पताल लेकर पहुँच गई। वहां अल्ट्रासाउंड हुआ जिसमें बच्चे की हालत ख़राब दिखी। जिसके बाद नवजीवन अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे फ़ौरन जिला अस्पताल ले जाने की सलाह दी। आनन फानन आशाबहू प्रमिला गर्भवती किरण और उसकी बहन को लेकर जिला अस्पताल पहुंची लेकिन अंदर पहुँचने से पहले ही बीच सड़क पर किरण का गर्भपात हो गया। जहां डॉ ने बच्चे को मृत्यु घोषित कर दिया। वही किरण का गर्भपात सड़क पर होते ही आशाबहू प्रमिला की हालत ख़राब हो गई। पहले तो उसने नवजीवन अस्पताल ले जाने की बात को सिरे से ख़ारिज कर दिया। बाद में जब वहां मौजूद लोगो ने दबाव बनाया तो सच्चाई अपने आप खुलकर सामने आ गई। वही अस्पताल में सड़क पर गर्भपात होने की सूचना महिला अस्पताल के कर्मियों को लगी तो हड़कम्प मच गया। आनन फानन उसे महिला अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसका इलाज चल रहा है। महिला।सीएमएस की माने तो किरण की हालत खतरे से बाहर है। जिसमे नवजाति शिशु की मौत हो गई।