मृतक हिस्ट्रीशीटर वीरपाल अपने सगे चचेरे भाई की जमीन को लेकर की थी हत्या। जमानत पर बाहर था वीरपाल। चचेरे भाई के परिवार वालो को मुकदमा वापस लेने का दवाव बना रहे थे।
दो महीने पहले घाट गांव थाना बहेड़ी मे हुई वीरपाल हत्याकांड का बहेड़ी पुलिस ने किया खुलासा।
दरअसल भूड़ा बहादुरपुर निवासी हिस्ट्रीशीटर वीरपाल ने जमीन के विवाद में अपने सगे चचेरे भाई कुलदीप की हत्या कर दी थी।जिस मामले में वीरपाल पर हत्या के मुकदमे में जमानत पर बाहर आ गया था और कुलदीप के परिवार वालो पर झूठा केस में फ़साने के लिए।वीरपाल ने अपने तीन साथी पवन,वीरेंद्र, केशव,से घाट गांव में खुद अपने ऊपर तमंचे से गोली चलवाई थी। ताकि 307 के झूठे मुकदमे में कुलदीप के परिवार वाले आरोपी बन जाये।
गोली कंधे पर लगने से वीरपाल का खून ज्यादा बह गया जिससे उसकी मौत हो गई।
वीरपाल के जेब मे अपाचे बाइक लेने के लिए रुपये भी थे जिसको देख कर उसके तीनो साथियों की नीयत खराब हो गई।तीनो रुपये लेकर वीरपाल को घायल छोड़ कर भाग गए।
बहेड़ी पुलिस ने विवेचना में म्रतक की मोबाइल की काल डिटेल के आधार पर सर्विलांस की मदद से पवन,वीरेन्द्र, केशव की मोबाइल की लोकेशन घटनास्थल पर थी ।दो अभियुक्त पकड़े गए व एक अभियुक्त केशव फरार है।पवन ,वीरेंद्र,बरेली मंडल के थानों मे भी आपराधिक मामले दर्ज है ।
पुलिस टीम में इंसपेक्टर धंनजय सिंह,उप निरीक्षक अरुण कुमार, सक्तावत सिंह ,सिपाही, प्रमोद कुमार, ओम्सरण, अन्य सिपाही शामिल रहे। रिपोर्ट: – वीरेंद्र सिंह
भाई को फसाने के लिए भाई ने अपने साथियों से चलवाई थी गोलियां हो गई थी मौत: – खुलासा
बरेली दो महीने पहले हुई वीरपाल हत्या कांड का पुलिस ने खुलासा। हिस्ट्रीशीटर वीरपाल ने अपने चचेरे भाई को फ़साने कर लिए अपने साथी से चलवाई थी गोली ज्यादा खून बहने से हो गई थी मौत।