दोस्ती के क़िस्से तो बहुत सुने होंगे आपने लेकिन और दोस्त की दोस्ती हो तो ये कुछ हज़म नहीं होता ऐसी दोस्तियां आज के कलयुग में समझ नहीं आती लेकिन जी हां आज एक ऐसी ही कहानी का ज़िक्र हम करेंगे जिसे सुन कर आपको हैरत होगी बाघ से दोस्ती कर पूरे मुल्क में चर्चा का विषय बना ‘तिमूर’ अब इस दुनिया में नहीं है. लेकिन उसकी जिंदगी में प्यार, मुहब्बत, साहस, दोस्ती और दुश्मनी का प्लॉट है. जिसकी गूंज दूर दूर तक सुनाई दे रही है. दरअसल, कहानी ये है कि रूस के एक जंगल में एक बाघ जिसका नाम अमूर है, उसकी दोस्ती एक बकरे से हुई, जिसका नाम तिमूर था. दोनों की दोस्ती की मिसाल पूरे रूस में दी जाती है. आज जब तिमूर इस दुनिया में नहीं है तो इसकी खबर पूरी दुनिया को बताई जा रही है, वजह साफ है कि दोनों दोस्ती की मिसाल इस दुनिया में नहीं मिलती. इन दोनों की दोस्ती महज़ दोस्ती नहीं बल्कि एक दिल और दो जान थी इंसानो की बहुत दोस्ती सुनी होगी लेकिन जानवरों ने बिना स्वार्थ के ऐसी दोस्ती मानव सभ्यता के लिए मिसाल है ये दोस्ती इस तरह से गहरी थी की दोनों साथ खेलते घूमते और मस्ती किया करते थे दूर-दूर तक दोनों उछल कूद कर आपस में खूब मनोरंजन करते थे. बकरे की उम्र करीब 5 साल थी. अमूर से उसकी दोस्ती की शुरुआत 2015 में हुई थी. और तभी से दोनों साथ-साथ रहने लगे. सफारी पार्क में तिमूर को जब लाया गया था तो उस वक्त अमूर ने तिमूर को छुआ तक नहीं. और ना ही बकरे में बाघ को देखकर किसी तरह का भय था. बल्कि ऐसा लगता था दोनों में बहुत पहले से जान पहचान है.