गोंडा जिले की तहसील करनैलजगंज अन्तर्गत ग्राम परसा गोड़री में नहर विभाग द्वारा नहर की खुदाई का काम शुरू कर दिया गया। बताते चलें कि ग्राम परसा गोड़री में लगभग पांच सौ मीटर नहर की खुदाई का कार्य न हो पाने के कारण नहर में जलापूर्ति नहीं हो पा रही थी जिससे किसानों को सिचाई कार्य में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा था। किसानों को समझा-बुझाकर फिर किसानों को समझा-बुझाकर फिर खुदाई किसानों को समझा-बुझाकर फिर खुदाई का किसानों को समझा-बुझाकर फिर खुदाई का काम किसानों को समझा-बुझाकर फिर खुदाई का काम किसानों को समझा-बुझाकर फिर खुदाई का काम शुरू किसानों को समझा-बुझाकर फिर खुदाई का काम शुरू कराया किसानों को समझा-बुझाकर फिर खुदाई का काम शुरू कराया गया. एसडीओ नहर विभाग ने बताया कि ग्राम परसा गोड़री में कुल 10 गाटों के लगभग पांच सौ मीटर लम्बाई के क्षेत्रफल में नहर की खुुदाई होनी शेष है, जिसमें से 06 गाटे का बैनामा किसानों द्वारा पूर्व में ही किया जा चुका है और शेष 04 गाटों का अधिग्रहण वर्ष 2009 में नहर विभाग द्वारा किया गया है। परन्तु नहर विभाग को अपनी जमीनें बैनामा करने के बावजूद किसानों द्वारा सिंचाई विभाग को नहर की खुदाई का काम नहीं करने दिया जा रहा था। एसडीएम करनैलगंज ज्ञानचन्द्र गुप्ता वहीं आक्रोशित किसानों और ग्रामीण महिलाओं को समझा-बुझाकर वार्ता के लिए राजी किया किसानों को बैनामे की जमीन पर नहर की खुदाई का काम कराया गया। भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहे मीडिया से बात करते हुए किसान ने बताया कि 2009 में ही हमारी जमीन अधिग्रहित करके बैनामा करने की बात कहीं जाती है उस समय सर्किल रेट कुछ और था आज की सर्किल रेट के हिसाब से हम को मुआवजा नहीं मिल रहा है इसलिए हम जमीन अधिग्रहित करने और खुदाई करने से रोक रहे हैं। सिंचाई विभाग हम लोगों को मुआवजा भी नहीं दे रहा है जबरदस्ती हमारी जमीन को नहर खुदाई करना चाहता है मीडिया से बात करते हुए एसडीएम कर्नलगंज ज्ञान चंद गुप्ता ने बताया कि 575 मीटर नहर की खुदाई रुकी हुई थी। जिसको आज सिंचाई विभाग के इंजीनियर ठेकेदार द्वारा जे,सी, बी, मशीन लाकर खुदाई का कारण शुरु किया जा रहा था ग्रामीणों ने सैकड़ों किसान महिलाएं खेत पर खड़े होकर प्रदर्शन करने लगी और विवाद देखते हुए भारी पुलिस पर बुला ली गई है जिसमें इनको समझाने बुझाने का भी प्रयास किया गया कि आप लोग उस समय बैनामा सिंचाई विभाग द्वारा कराया गया था पैसा सरकारी खाते में जमा किया गया लोगों ने वह पैसा नहीं लिया । उस समय का जमीन आग्रह करने का सर्किल रेट रेट मिलेगा । जो जमीन अधिग्रहित की जाएगी बैनामा करा जाएगा उसका आज सर्किल रेट के हिसाब से मिलेगा।