22 दिसंबर, रविवार को जौनपुर में राष्ट्रवादी नौजवान सभा ने शहीद-ए-आजम भगत सिंह पर आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में प्रदर्शन किया। यह मामला तब सामने आया जब कानपुर में आयोजित लिटरेचर फेस्टिवल के दौरान वक्ता अपर्णा वैदिक और उनका इंटरव्यू ले रहे ईशान शर्मा ने भगत सिंह को “आरामतलब”, “बहुरूपिया” और “मुफ्तखोर” कहा। इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी दावा किया कि जेल में अनशन के दौरान भगत सिंह छुप-छुपकर खाना खाते थे, जिससे उनका वजन बढ़ गया था। इन निंदनीय टिप्पणियों से जौनपुर के राष्ट्रवादी संगठनों और जनता में भारी आक्रोश है। इसे भगत सिंह जैसे महान क्रांतिकारी और बलिदानी का अपमान माना जा रहा है।
जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन
राष्ट्रवादी नौजवान सभा ने इस मामले में मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन जौनपुर के जिलाधिकारी के माध्यम से सौंपा। सभा ने मांग की कि ऐसे बयानों के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। सभा के अध्यक्ष नवीन सिंह ने कहा, “शहीद भगत सिंह जैसे वीर क्रांतिकारी के बारे में इस प्रकार की टिप्पणियां न केवल उनका, बल्कि पूरे देश का अपमान हैं। यह बयान हर दृष्टि से अक्षम्य और निंदनीय है।”
थाने में एफआईआर दर्ज सभा के सदस्यों ने इस मामले में लाइन बाजार थाने पर एक एफआईआर दर्ज कराई। उन्होंने वक्ताओं के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की। सभा ने यह भी चेतावनी दी कि यदि दोषियों पर कार्रवाई नहीं होती, तो वे न्यायालय का रुख करेंगे। सभा के प्रबंधक का बयानसभा के प्रबंधक प्रमोद शुक्ला ने कहा, “यह बेहद शर्मनाक है कि आज के तथाकथित इतिहासकार, जिनके पास सच्चाई को समझने का न तो दृष्टिकोण है और न ही सम्मान, शहीद भगत सिंह जैसे बलिदानी के बारे में ऐसी अभद्र और झूठी बातें कह रहे हैं। यह हर तरह से अस्वीकार्य है।”जनता में आक्रोशजौनपुर के नागरिक और विभिन्न संगठनों के सदस्य इस घटना से गुस्से में हैं। सोशल मीडिया पर भी जनता ने इस बयान की कड़ी आलोचना की है। लोगों का कहना है कि शहीद भगत सिंह जैसे महान स्वतंत्रता सेनानी के खिलाफ इस तरह की बयानबाजी सहन नहीं की जा सकती। पदाधिकारी और सदस्य रहे मौजूद इस प्रदर्शन के दौरान राष्ट्रवादी नौजवान सभा के अध्यक्ष नवीन सिंह, प्रबंधक प्रमोद शुक्ला समेत कई पदाधिकारी और सदस्य मौजूद रहे। सभा के सदस्यों ने एक स्वर में दोषियों पर तत्काल कार्रवाई की मांग की।