कौशांबी ज़िले के सिराथू तहसील क्षेत्र के रामसहायपुर गांव के फौजी नरेंद्र दिवाकर का शव गांव पहुचते ही लोगो मे कोहराम मच गया। शाहिद का अंतिम दर्शन करने के लिए लोगो का हुजूम उमड़ पड़ा। गगनभेदी नारो से गाँव गुजयमन हो गया। शहीद फौजी नरेंद्र दिवाकर नक्सली हमले में 8 माह पहले उस समय घायल हो गए थे, जब उनकी बटालियन छत्तीसगढ़ से हैदराबाद जा रही थी। रस्ते में घात लगा कर बैठे नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी थी। गोलीबारी में उन्हें दो गोलियां लगी थी। जिनका इलाज के दौरान निधन हो गया। परिजन शहीद का पार्थिव शरीर लेकर जैसे ही गांव पहुचे तो गांव में करुण रुदन शुरू हो गया।
चारो तरफ लोगो की आंखों में शहीद के प्रति श्रद्दांजलि के आंसू और सम्मान देखने को मिला। वीरगति को प्राप्त हुए फौजी के शव को स्थानीय लोगो के अलावा जिले के डीएम सुजीत कुमार , एसपी राधेश्याम वविश्वकर्मा एवम जनप्रीतिनिधियो ने गांव पहुंच कर श्रद्धांजलि दी और परिजनों को सांत्वना दिया। फौजी के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लगा रहा। प्रयागराज की 315 बटालियन और पुलिस प्रशासन की सलामी के बाद शाहिद को उनके बड़े भाई ने मुखाग्नि दी।