लल्लू ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा कि एक वर्ष तक टीम इलेवन का ढिंढोरा पीटने वाली सरकार की मौजूदा समय मे टीम नाइन का एक नया शिगूफा छोड़ रही है। बेडो, ऑक्सीजन, वेंटिलेटर, आईसीयू, नेबूलाइजर, बायपिक मशीनों की व्यवस्था करने में पूरी तरह असमर्थ योगी सरकार इस संकटकाल मे सक्रिय भूमिका निभाने के बजाय आपदा के संकटकाल में आमजनमानस को धमकाने डराने का कार्य कर रही है,जिससे स्थितियां लगातार बिगड़ रही हैं।
उन्होने कहा कि लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी, जौनपुर, मेरठ, गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर, रायबरेली, अमेठी सहित प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में मरीजों को डब्लूएचओ की गाइडलाइन के हिसाब से आवश्यक जीवन रक्षक दवाएं व पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन क्यों उपलब्ध नही हो रही है। मेडिकल कालेजों व अन्य सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर्स खुद कह रहे है की दवाएं व ऑक्सीजन की उपलब्धता करने में सरकार असफल हो चुकी है, मरीजों के परिजन ब्लैक में ऑक्सीजन सिलेंडर खरीदने को विवश हैं।
लल्लू ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा कि एक वर्ष तक टीम इलेवन का ढिंढोरा पीटने वाली सरकार की मौजूदा समय मे टीम नाइन का एक नया शिगूफा छोड़ रही है। बेडो, ऑक्सीजन, वेंटिलेटर, आईसीयू, नेबूलाइजर, बायपिक मशीनों की व्यवस्था करने में पूरी तरह असमर्थ योगी सरकार इस संकटकाल मे सक्रिय भूमिका निभाने के बजाय आपदा के संकटकाल में आमजनमानस को धमकाने डराने का कार्य कर रही है,जिससे स्थितियां लगातार बिगड़ रही हैं।
उन्होने कहा कि लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी, जौनपुर, मेरठ, गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर, रायबरेली, अमेठी सहित प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में मरीजों को डब्लूएचओ की गाइडलाइन के हिसाब से आवश्यक जीवन रक्षक दवाएं व पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन क्यों उपलब्ध नही हो रही है। मेडिकल कालेजों व अन्य सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर्स खुद कह रहे है की दवाएं व ऑक्सीजन की उपलब्धता करने में सरकार असफल हो चुकी है, मरीजों के परिजन ब्लैक में ऑक्सीजन सिलेंडर खरीदने को विवश हैं।