बांदा जेल को है मुख्तार की वापसी का इंतजार
भारी सुरक्षा के बीच मुख़्तार वापसी
घर वालों को एनकाउंटर का ख़ौफ़
मुख्तार को पंजाब के रोपड़ जिले की रूपनगर जेल से लाने के लिये सोमवार को भारी भरकम पुलिस दल रवाना हुआ था जिसके आज देर शाम तक यहां पहुंचने की संभावना है। कई संगीन आपराधिक वारदातों में वांछित मऊ के बसपा विधायक यूं तो पहले भी बांदा जेल में रह चुका है लेकिन उसको अपनी कस्टडी में लेने के लिये योगी सरकार और पंजाब सरकार के बीच चली लंबी खींचातानी और उसके बाद उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर बाहुबली को उत्तर प्रदेश भेजने के आदेश के बाद अब यह कैदी बांदा जेल के लिये हाई प्रोफाइल बन चुका है।
यही कारण है कि बांदा जेल में मुख्तार की सुरक्षा के लिये पुख्ता इंतजाम किये गये हैं। पिछले दो दिनो से जेल के इर्द गिर्द पुलिस के जवानो का पहरा और सख्त कर दिया गया है। जेल के मुख्य द्वार पर एक अतिरिक्त चेकिंग पोस्ट बनायी गयी है जहां जेल परिसर में आने जाने वालों को कड़ी जांच से गुजरना पड़ेगा। जेल की बाउंड्रीवाल के बाहर कुछ कुछ दूरी पर पुलिस के जवान तैनात किये गये है जबकि जेल परिसर में सभी सीसीटीवी कैमरों को दुरूस्त किया गया है। मुख्तार को बांदा जेल लाने से पहले जिलाधिकारी आनंद कुमार सिंह और पुलिस अधीक्षक डा एसएस मीणा ने जेल परिसर सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया था। मुख्तार को जेल की बैरक नंबर 15 में रखे जाने की संभावना है।
उधर, गृह विभाग से जुड़े अधिकारी पंजाब गयी पुलिस टीम के संपर्क में है और मुख्तार को लाने की प्रक्रिया पर बारीक नजर बनाये हुये हैं। पंजाब से बांदा के बीच करीब 900 किमी की दूरी के लिये दो रूट का चयन किया गया है। माफिया डान के लिये एक एबुंलेंस भेजी गयी है। इसके अलावा एक वज्र वाहन,एक ट्रक पीएसी और पुलिस के तेज तर्राक करीब 50 जवान सुरक्षा के लिहाज से मुख्तार को लाने के लिये गये हैं।
सूत्रों का कहना है कि मुख्तार को यूपी पुलिस को हैंडओवर करने की प्रक्रिया पंजाब की रोपड़ जेल में सुबह 11 बजे तक पूरी होने की संभावना है जिसके बाद यूपी पुलिस मुख्तार को लेकर सड़क मार्ग से बांदा के लिये रवाना होगी।
करीब 600 कैदियों की क्षमता वाली बांदा जेल कई बाहुबली और दुर्दांत अपराधियों को जगह दे चुका है जिनमें खुद मुख्तार के अलावा कुंडा के विधायक राजा भैया, इलाहाबाद के बाहुबली अतीक अहमद, शीलू हत्याकांड के आरोपी विधायक पुरुषोत्तम द्विवेदी शामिल रहे हैं। बांदा जेल में ददुआ, बलखड़िया, गौरी यादव, संग्राम सिंह जैसे डकैत भी सजा काट चुके है या काट रहे हैं।विधायक मुख्तार अंसारी के खिलाफ उत्तर प्रदेश के 24 थानों में 52 केस दर्ज हैं। उसे बांदा जेल से पिछले साल 21 जनवरी को पंजाब में रोपड़ जिले की रूपनगर जेल में शिफ्ट किया गया था। जेल सूत्रों का कहना है कि इससे पहले मुख्तार को सभी सुविधायें मुहैया करायी जाती है। यहां तक कि उसकी बैरक में निर्वाध विद्युत आपूर्ति के लिये विशेष जनरेटर सेट का इंतजाम किया गया था हालांकि इस बार बाहुबली की दादागिरी इस जेल में नहीं चलेगी।मुख्तार अंसारी को पंजाब से लाने के लिये पुलिस ने दो रूट प्लान बनाये हैं। इसमें से एक सोनीपत, पानीपत के रास्ते ईस्टर्न पेरीफ़ेरल एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे से इटावा पहुंचने के बाद बेला रोड से हमीरपुर होते हुए चिल्ला रोड से बांदा पहुंचने की योजना है। यह करीब 880 किलोमीटर की दूरी है, जिसको तय करने में करीब 14 घंटे का समय लगेगा।दूसरे प्लान में पुलिस मुख्तार को राष्ट्रीय राजमार्ग 205 ए की तरफ से कुराली बाईपास होकर नेशनल हाई-वे 44 और फिर ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सपेर्स वे और ताज एक्सप्रेसवे से जालौन उरई से होते हुए एमडीआर के बाद झांसी मीरजापुर हाईवे होकर महोबा राठ रोड से नेशनल हाई-वे 35 से सीधा बांदा जा सकते है। करीब 990 किमी की दूरी के इस रास्ते में करीब 17 घंटे लगेंगे।