बीएसए के सामने असली अनामिका ने पेश होकर आपबीती सुनाई बता दे प्रदेश के 25 विद्यालयों में इसके नाम से शिक्षिकाएं तैनात थी ।
जबकि असली अनामिका शुक्ला जोकि गोण्डा जनपद के रुपईडीह विकासखंड की रहने वाली हैं वो आज भी बेरोजगार है।
उसके परिवार में कोई भी सरकारी नौकरी नही कर रहा है।
जबकि असली अनामिका शुक्ला जोकि गोण्डा जनपद के रुपईडीह विकासखंड की रहने वाली हैं वो आज भी बेरोजगार है।
उसके परिवार में कोई भी सरकारी नौकरी नही कर रहा है।
लेकिन उसके शैक्षिक रिकार्डो की स्कैनिंग कर के 25 अध्यापिकाएं तैनात थी।शिक्षा क्षेत्र में हुए इस बड़े गड़बड़ झाले का जब खुलासा हुआ और मीडिया में खबर आने के बाद असली अनामिका गोण्डा बीएसए के दफ्तर पहुंच गई।
यहां पहुंचकर उसने अपने सभी शैक्षिक अभिलेखों को दिखाते हुए बताया कि मैं अभी तक बेरोजगार हूँ।जौनपुर, सुल्तानपुर व लखनऊ में अनामिका ने एक बार कस्तूरबा विद्यालय में विज्ञान की शिक्षिका के लिए आवेदन जरूर किया था।लेकिन चयन के समय प्रेगनेंसी के चलते शामिल नही हो सकी थी।
बीएसए ने बताया हो सकता है वहीं से उसके मार्कशीट के साथ हेराफेरी व स्कैनिंग की गई हो।अनामिका शुक्ला ने ऑनलाइन एफआईआर कोतवाली में दर्ज करवाने के साथ ही उसके मार्कशीट का अनर्गल इस्तेमाल कर नौकरी करने वालो के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।
रिपोर्ट :राम नरायन जायसवाल