संदेशों के विषय उन्होंने बताया कि दूषित व गंदे पानी के संपर्क में आने से बचने हेतु विद्यार्थियों को व्यक्तिगत साफ-सफाई पर्यावरणीय स्वच्छता तथा रोगों के बचाव के प्रतिज्ञा दिलवाई जाए।
गर्मी के दिनों में बच्चों को धूप में ना निकलने देने हेतु हर दिन प्रार्थना सभा में बच्चों को मुख्य दिमागी बुखार संदेश बताएं । विशेषकर सुरक्षित पीने का पानी, शौचालय का प्रयोग, खुले में शौच के नुकसान पर जोर दिया जाए।
बच्चों को पूरे कपड़े पहनाया जाना ताकि उनका शरीर पूरा ढका रहे, से संबंधित विशेष 40- 50 मिनट की कक्षा चलाएं ।
मच्छरों से बचाव के लिए सामान्य दिनों अथवा बारिश के दिनों में घर के आसपास पानी न जमा होने हेतु सामुदायिक गतिविधियां आयोजित की जाएं।
घर के आस-पास साफ-सफाई रखने हेतु बच्चों से गतिविधियों पर प्रकाश डाला जाए।
संचारी रोग से संबंधित ऑनलाइन पोस्टर, स्लोगन,चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया जाए।