ताकि किसी प्रकार की हानि ना हो सके जबकि बचाव के लिए 53 टीमें तैनात की गई है वह इसी कड़ी में एनडीआरएफ प्रमुख ने कहा कि बंगाल में कुल 53 टीमें तैनात कर दी गई है। उड़ीसा में 13 टीमें है जबकि 17 टीमें स्टैंडबाय बाय पर है। एनडीआरएफ की 1 टीम में कई कर्मी मौजूद होते हैं इस तरीके से चक्रवात की तबाही से लोगों जान और माल को बचाया जा सकता है।
एनडीआरएफ प्रमुख ने कहा कि यह तूफान सागर ट्रिपल काक दीप दीप के बीच टकरा सकता है उन्होंने आगे भी बताएं कि चक्रवात के दौरान हवा की गति 195 से 200 किलोमीटर प्रति घंटे रहने का अनुमान है यह तूफान वाले इलाके को प्रभावित कर सकता है.दूसरी तरफ तूफ़ान की वजह से लोगों के चेहरे पर काफ़ी दहशत है। एक तरफ तो देश में कोरोना महामारी और भूखमरी ने लोगों का सुकून छीना है अब इस तूफ़ान की वजह से देश में आगे ना जाने कौन सी तबाही आने वाली है।