ये तस्वीर जो आप देख रहें है , ये लाकडाउन के रहते अम्बेडकरनगर जिले के टांडा तहसील क्षेत्र के रामपुर कला गांवो का है , जहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए उन ग्रामीण मजदूरों को मनरेगा के तहत उन्ही के गांव में ही रोजगार दिया गया है ।जो शहर जाकर मजदूरी करके अपने परिवार का पेट पाल रहे थे ।और लाकडाउन में उनके सामने रोजी रोटी का लाले पड़ गए थे ।गांव में ही इन ग्रामीण मजदूरों को रोजगार मिलने से इन मजदूरों के चेहरों पर फिर से खुसी लौट आई है , इन्होंने बताया कि लाकडाउन से हम सबके सामबे संकट खड़ा हो गया था , अब हमें हमारे ही गांव में काम मिला है जो हमारे लिए अच्छा है ।
प्रदेश के मुखिया योगी ने इस लाकडाउन मे ग्रामीण मजदूरों से ये वादा किया था कि इन्हें शहर आने की जरूरत नही है इन्हें इन्ही के गांवों में ही रोजगार मुहैया कराया जाएगा , जिसके तहत प्रसाशन को दिशा निर्देश दिया गया था , ओ अब पूरा होता दिखाई दे रहा है , ग्राम प्रधान पति ने बताया कि हमारे गांव के 150 मजदूरों से मनरेगा के तहत काम करवाया जा रहा है , और इन की मजदूरी जल्द ही इनके खाते में आ जायेगी , वही टांडा तहसील के उपजिला मजिस्ट्रेट अभिषेक पाठक ने बताया कि साशन के मंसा के अनुरूप ,गाँव के मजदूरों को मनरेगा के तहत उन्ही के गांव में ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाते हुए काम करवाया जा रहा है , जिससे वे लाकडाउन में अपने गांव में ही रहे।
रिपोर्ट – मोहम्मद यूसुफ