जैसा की इसी महीने की 6 तारीख को उत्तर प्रदेश प्रेस क्लब में प्राथी द्वारा एक प्रेस वार्ता कर आप सब के संज्ञान में लाया था की मेरी 06 बीघा ज़मीन मोहनलालगंज में है जिसको कुछ बिल्डर्स मुझसे ज़बरदस्ती हड़पना चाहते है और इस काम में उन लोगो का साथ मेरी बहन भी दे रही और ये पूरा काम थाना प्रभारी मोहनलाल गंज गउदीन शुक्ल के इशारे पर किया जा रहा है मैंने पहले भी कहा था की मेरी जान को खतरा है परन्तु मोहनलालगंज पुलिस ने कोई संज्ञान नहीं लिया जिसके चलते इसी महीने की 14 तारीख को मेरे घर में घुस कर मुझपर हमला हुआ।
जिसकी सुचना मोहल्ला वासियों दवरा तुरंत 112 न. पर की गई जिससे मौके पर तीन पुलिस की गाड़िया पहुंच गई जिसमे से एक गाड़ी में थाना प्रभारी मोहनलालगंज खुद मौजूद थे और उन्होंने मेरे घर से दो अभियुक्तों को खुदा पकड़ा जिनके पास हथियार भी थे और उनको रात भर थाने में बंद रखा जब मैंने थाने मे लिखित तहरीर दी तो मेरी एफ.आई.आर तक नहीं लिखी गई और उन दोनों अभयुक्तो को भी छोड़ दिया।
जैसा की हाई कोर्ट द्वारा मुझे स्थानीय पुलिस द्वारा सुरक्षा देने के भी आदेश है परन्तु प्रभारी गऊदीन शुक्ला द्वारा बार बार मेरे पर दबाव बनाया जा रहा है की मैं उनको 20 लाख रूपए दू जब ही मै अपनी ज़मीन बेच सकता हूँ।
इसी सम्बन्ध में आज मैंने पिछड़ा अलपसंखयक दलित आदिवासी मंच के अध्यक्ष डी.के आनंद जी के साथ लखनऊ पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय जी से उनके कार्यालय पर मिलकर अपनी समस्या से अवगत कराया जिसको सुजीत पांडेय जी ने ध्यान पूर्वक सुनकर जल्द और निष्पक्षक समाधान की बात कही।