आइये जानते है क्यों बैंक उपभोक्ताओं को देना पड़ा सकता है चार्ज। जी है क्योकि माना जा रहा है कि ( R B |I) की तरफ से गठित कमेटी की रिपोर्ट को अमली जामा पहना दिया जायेगा(A T M ) ऑपरेटर एसोसिएशन ने रिजर्व बैंक को पत्र लिखा है जिसमे नकदी निकासी के लिए लगने वाले इंटरचेंज फी में बढ़ोतरी की गुहार लगाई फी काम होने की वजह से उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ा रहा है
हल में ही रिजर्व बैंक ने सुरक्षा पर बहुत ज़्यादा ध्यान दिया है(A T M ) ऑपरेटर को निर्देश दिया गया है 2018 में देखने को मिला जब बैंको मशीनों की सुरक्षा हुए बढ़ते खर्च को देखते हुए मशीनों को लगाना छोड़ दिया। ऑपरेटरों की मांग को देखते हुआ ( R B |I) की कमेटी का गठन किया गया था
माना जा रहा है की रिजर्व बैंक से हरी झंडी मिलने के बाद प्रस्तावों को लागु कर दिया जायेगा। भारत में (A T M ) ऑपरेटर के संगठन को एक पत्र लिखा था जिसमे ग्रहको की तरफ से नकदी निकासी इंटरचेज फी को बढ़ाने की मांग की गयी है और ( R B |I) एक उच्चस्तरीय सीमति ने देश में (A T M ) को बढ़ाने के कुछ सुझाव दिए थे