और अखिलेश ने कहा की सरकार को भी पीड़ित की मदद करनी चाहिए।
उन्होंने ने सवाल उठाया कि कुछ ही जिलों में क्यों माहौल बिगड़ा? जहां अफसरों ने सूझबूझ से काम लिया, वहां कुछ नहीं हुआ। मेरठ, कानपुर और लखनऊ में ही जानें गईं। सरकार जाति, धर्म के आधार पर नागरिकता तय नहीं कर सकती।अखिलेश यादव ने आगे कहा की एनआरसी के कागज तो वे भी नहीं बनवा पाएंगे। इन्हीं कारणों से आम आदमी भी परेशान है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी घेरा और कहा कि प्रदर्शन के दौरान सीएम ही बोले थे कि बदला लेंगे, ठोंको। क्या बदला लेने से लोकतंत्र मजबूत होगा। वही अखिलेश ने आरोप लगाया कि ये सब राज्य की बीजेपी सरकार के इशारे पर हुआ। इसके साथ ही इन घटनाओं की निष्पक्ष जांच की भी उन्होंने मांग की। उस दैरान समाजवादी पार्टी के कई बड़े नेता अखिलेश यादव साथ मौजूद थे।