रायबरेली उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने भले ही शिक्षा विभाग को सख्त आदेश जारी किए है कि 30 नवंबर से पहले पहले सभी प्राथमिक विद्यालयों में स्वेटर वितरण करा दिए जाएं ताकि विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों को सर्दी से निजात मिल सके लेकिन शिक्षा विभाग है कि मुख्यमंत्री के आदेशों को भी ठेंगा दिखाने का काम जरूर कर रहा है ताजा मामला दीन शाह गौरा ब्लाक के अधिकतर प्राथमिक विद्यालयों में अभी तक स्वेटर वितरण नहीं कराया गया है हैरान करने वाली बात तो तब सामने आती है कि खंड शिक्षा अधिकारी का कार्यालय भी प्राथमिक विद्यालय दीन शाह गौरा में है जहां वह और पूरे ब्लॉक के विद्यालयों का देखरेख भी उन्हीं के हाथों में होती है क्या उन्हें इन छोटे नन्हे मुन्ने बच्चों को ठंड लगती नहीं दिखाई दे रही है जबकि सरकार के सख्त आदेश है कि 30 नवंबर से पहले सभी प्राथमिक विद्यालयों में स्वेटर वितरण करा दिया जाए लेकिन सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों को ना मानना शायद जिले में तैनात खंड शिक्षा अधिकारियों की आदत सी हो गई है दिसंबर की 9 तारीख हो चुकी है लेकिन अभी तक ऊँचाहार विधानसभा क्षेत्र के दीन शाह गौरा ब्लाक के किसी भी विद्यालय में स्वेटर वितरण नहीं कराया गया आखिर इसका जिम्मेदार है कौन और उस पर कार्यवाही क्यों नहीं कर रहे हैं जिले में बैठे बेसिक शिक्षा अधिकारी विद्यालय में तैनात सहायक अध्यापिका से जब हमारी बात हुई तो उन्होंने साफ तौर पर बताया कि कई बार खंड शिक्षा अधिकारी और विद्यालय के हेड अध्यापक द्वारा बेसिक शिक्षा अधिकारी को भी सूचित किया जा चुका है लेकिन जब हमको स्वेटर उपलब्ध होगी तभी तो हम बांट पाएंगे सहायक अध्यापिका ने बताया कि हम मानते हैं कि बच्चों को ठंड लग रही है लेकिन अधिकारियों को इस ओर ध्यान देना होगा औ सहायक अध्यापिका ने बताया कि हम मानते हैं कि बच्चों को ठंड लग रही है लेकिन खंड शिक्षा अधिकारी या जिले में बैठे अधिकारियों को इस ओर अधिकारियों को इस ओर ध्यान देना चाहिए जब इस पूरे प्रकरण पर जिले की शिक्षा विभाग की कमान संभाल रहे बेसिक शिक्षा अधिकारी से हिन्दी खबर की टीम ने बात की तो उन्होंने विभाग का डिफरेंस करते हुए पहले तो उपलब्धि गिना दी की 56 परसेंट विद्यालयों में स्वेटर वितरण करा दिया गया है और शायद हम उत्तर प्रदेश में 16 या 17 नंबर पर स्वेटर वितरण कराने वाला जिला भी बन चुका है साहब कुर्सी छोड़िए और इन खंड शिक्षा अधिकारियों से संज्ञान लीजिए शायद यह आपको भ्रमित कर रहे हैं क्योंकि तस्वीरों में आप साफ़ देख सकते हैं कि यह कोई एक विद्यालय नहीं है यही हालात पूरे जिले की तहसीलों का है और कई मामले तो ऐसे भी सामने आए हैं जिसमें घटिया क्वालिटी के स्वेटर भी बटवा दिए गए फिलहाल बेसिक शिक्षा अधिकारी ने साफ तौर पर बताया है कि जिस कंपनी को स्वेटर उपलब्ध कराने का कार्य दिया गया है उनको पहले ही दो नोटिस जारी कर दी जा चुकी है और आज तीसरी नोटिस भी जारी की जा रही है अगर 1 सप्ताह के भीतर सभी विद्यालयों में स्वेटर उपलब्ध नहीं कराए गए तो कंपनी को ब्लैक लिस्ट करते हुए कार्यवाही की जाएगी अब देखना यह होगा कि कार्रवाई होती है या फिर फाइलों में दबकर धूल खाने के लिए अलमारियों में कैद हो जाती