आज़मगढ़ ज़िले में नौनिहालों की सेहत से जिला प्रशासन खिलवाड़ कर रहा है। कड़ाके की ठंढ़ और कोहरे के बीच नौनिहाल बिना स्वेटर नंगे पाँव स्कूल जाने को मजबूर हैं। और जिला प्रशासन है कि अभी तक अधिकतर प्राथमिक विद्यालयों में स्वेटर नहीं बाट पाया है वही जूनियर हाई स्कूल के किसी भी विद्यालय में स्वेटर का वितरण नहीं हुआ है। स्थिति यह है कि शिक्षक स्वेटर में स्कूल पहुँच रहे हैं और बच्चें ठंढ़ से ठिठुर रहे हैं,लेकिन बच्चों की सुध लेने वाला कोई नहीं है। परिषदीय विद्यालयों में अध्ययनरत छात्रों को निशुल्क स्वेटर देने का प्राविधान है। यह स्वेटर बच्चों को तीस नवंबर तक हर हाल में मिल जाना चाहिए था, लेकिन जिले में अभी स्वेटर वितरण की प्रक्रिया ही नहीं शुरू हुई है। इन छात्रों तक स्वेटर कब पहुंचेगा व इसका लाभ वह कब उठा पाएंगे इसकी सही जानकारी कोई नहीं दे रहा है। जबकि जिले में ठंड ने अपनी दस्तक दे दी है। विगत कई दिनों से जिले में सुबह शाम ठंड पड़ रही है। ग्रामीण क्षेत्र में इस ठंड का असर ज्यादा है। ऐसे में स्कूल आने वाले बच्चे कहीं ड्रेस में तो कहीं बिना ड्रेस के पहुंच रहे हैं। वहीं स्वेटर न मिलने से अभिभावकों को बच्चों का स्वास्थ्य खराब होने का भी डर सता रहा है। वहीं स्कूली बच्चों की माने तो उनका कहना है कि अभी तक उन्हें स्वेटर नहीं मिला है पुराने स्वेटर से काम चलाया जा रहा है और जिनके पास नहीं है वो बिना स्वेटर ही स्कूल पहुँच रहे है।