बाल अधिकारों के संरक्षण की हिमायत करने, उनकी बुनियादी जरूरतों को पूरा करने में मदद देने तथा उनकी प्रतिभा के पूर्ण विकास के अवसरों का विस्तार करने के लिए प्रयासरत युनिसेफ (संयुक्त राष्ट्र बाल कोष) द्वारा शहर के मेट्रो स्टेशनों पर चल रहे अभियान का शनिवार को विधिवत शुभारंभ हो गया. बाल अधिकारों के सम्मेलन की 30वीं वर्षगांठ के मौके पर उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (यूपीएमआरसीएल) के सहयोग से आयोजित कैंपेन का शुभारंभ शाम पाँच बजे हज़रतगंज मेट्रो स्टेशन पर बने फोटो बूथ से की गई. इस मौके पर यूनिसेफ उत्तर प्रदेश की चीफ ऑफ फीड ऑफिस रूथ लीयनों और यूपीएमआरसीएल के एमडी डॉ. कुमार केशव मौजूद रहे। इस अवसर पर रूथ ने लखनऊ मेट्रो को बच्चों के अभियान से जुडने के लिए आभार व्यक्त किया और पाँच चयनित मेट्रो स्टेशन को नीली लाइटिंग कर प्रति वर्ष बाल दिवस पर होने वाली कैम्पेन #गो ब्लू से जुडने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होने बताया की विश्व की कई संस्था बच्चों के अधिकारों के प्रति अपनी सहभागिता दिखने के लिए 20 नवम्बर को नीली लाइटिंग करती हैंl विगत वर्ष राष्ट्रपति भवन ने भी इस ग्लोबल कैम्पेन में सहयोग किया था। वहीँ,यूपीएमआरसीएल के एमडी डॉ. कुमार केशव ने बताया की बच्चों की सुरक्षा एलएमआरसी की सर्वोच प्राथमिकता है। मेट्रो से सफर करने वाले बच्चों पर मेट्रो स्टाफ विशेष ध्यान देता है, यदि कोई बच्चा बिना किसी अभिभावक के दिखता है तो पता किया जाता है की उसके साथ कौन है- यदि बच्चा अकेला पाया जाता है तो तुरंत एक्शन लिया जाता है। एलएमआरसी भविष्य में भी बच्चों के अधिकार के मुद्दों को प्राथमिकता देता रहेगा। कार्यक्रम में बाल अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए कलाकृतियों की प्रदर्शनी कि गई. हज़रतगंज के अलावा शहर के चार अन्य प्रमुख मेट्रो स्टेशनों भूतनाथ, विश्वविद्यालय, चारबाग और ट्रांसपोर्ट नगर मेट्रो स्टेशन भी ग्लोबल कैम्पेन गो ब्लू से जुड़ जाएंगे। इन सभी मेट्रो स्टेशनों पर फोटो बूथ के जरिए वॉलेंटियर्स आगंतुकों को बाल अधिकारों के प्रति जागरूक भी कर रहे हैं। जिसमें शनिवार तक साढ़े छः हज़ार से ज्यादा लोगों ने सीआरसी 30 और फॉर एवरी चाइल्ड एवरी राइट जैसे हैशटैग के साथ फोटो पोस्ट किया है. यूपीएमआरसीएल कस सहयोग से चल रहा यह अभियान विश्व बाल दिवस (20 नवंबर) तक चलेगा।