बाबरी मस्जिद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहसिन रज़ा के नेतृत्व में मुस्लिम धर्म गुरुओं का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिला। लगभग एक घंटे तक चली मुलाक़ात में धर्मगुरों ने सुप्रीमकोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए इतने महत्वपूर्ण फैसले को शांतिपूर्ण तरीके से प्रदेश में लागू होने पर प्रदेश सरकार की क़ानून व्यवस्था पर बधाई दी। प्रतिनिधिमंडल में मौलाना हमीदुल हसन, मौलाना सलमान हुसैन नदवी, मौलाना फरीदुल हसन, मौलाना यूसुफ हुसैनी के साथ लगभग 15 धर्मगुरुओं की लगभग 01 घण्टे से ऊपर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात चली। जिसमें सभी धर्मगुरुओं ने अयोध्या प्रकरण में सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का स्वागत किया और मुख्यमंत्री को इतने महत्वपूर्ण फैसले को शांतिपूर्ण तरीके से प्रदेश में लागू होने पर प्रदेश सरकार की क़ानून व्यवस्था पर बधाई दी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी वरिष्ठ धर्मगुरुओं का शान्ति की अपील करने और आपसी सौहार्द बनाने में सहायता करने के लिए समाज को जोड़ने का कार्य करने के लिए बधाई दी। सभी धर्मगुरुओं को प्रदेश के अल्पसंख्यकों के हितों की योजनाओं के बारे में बताया तथा इन योजनाओं को ज़्यादा से ज़्यादा अल्पसंख्यक समुदाय के कल्याण के लिए उपयोग करने हेतु जागरूकता भी उत्पन्न करवाने की अपील की। मुख्यमंत्री ने अल्पसंख्यको के विकास एवं उत्थान के लिए प्रदेश सरकार से हर सम्भव मद्द के लिये आश्वस्त किया। उन्होंने कहा की यदि अल्पसंख्यक समुदाय को अनावश्यक परेशान किया जाता है या कोई अधिकारी/कर्मचारी पक्षपात करे तो मुझे सूचना दें। मैं तत्काल उसके विरुद्ध कार्यवाही सुनिश्चित करूँगा क्योंकि हमारी सरकार के आंकड़े उठा कर देखिए कि प्रदेश में अल्पसंख्यक समुदाय की लगभग 17% आबादी है। लेकिन हमने अल्पसंख्यक वर्ग के कल्याण के लिए 30% से ऊपर लाभ सभी प्रमुख योजनाओं में इन्हें दिया है आकड़े जिसके गवाह हैं।