फर्रुखाबाद : भारतीय जनता पार्टी सरकार की ओर से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को बढ़ावा देने पर बलपूर्वक जोर दिया जा रहा है | मगर यूपी के फर्रुखाबाद जिले में तो दो साल से वेतन न मिलने के कारण कर्ज व आर्थिक तंगी से जूझ रहे पराग दूध डेरी के श्रमिक की बेटियों की पढ़ाई संकट में आ गई है | बेटियों ने अब सीएम योगी व पीएम नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर धन के अभाव में पढ़ाई प्रभावित न होने की गुहार लगाई है। कोतवाली सदर क्षेत्र के भोपतपुर पट्टी निवासी अनुज कटियार पिछले 15 सालों से पराग दूध डेरी में कार्यरत है | उनके दो बेटियां आस्था व रिद्धी तथा दो बेटे है | उनकी पत्नी रूचि कटियार का तीन साल पहले निधन हो गया था | इसके बाद से बच्चों के पालन-पोषण की पूरी जिम्मेदारी अनुज के कंधों पर आ गई मगर दो साल से वेतन न मिलने का असर घर खर्च व बच्चों की पढ़ाई पर पढ़ने लगा | उन्होंने कानपुर में स्थित पराग दूध डेरी के जीए से लेकर हर किसी का दरवाजा खटखटाया, लेकिन श्रमिकों को वेतन नहीं, बल्कि कोरा आश्वासन ही मिला | पैसों की तंगी से जूझते डेरी के श्रमिक के बच्चों की शिक्षा प्रभावित होने लगी | एक-एक पैसे के लिए मोहताज हो चुके अनुज ने कर्ज भी लिया | लेकिन लगातार सेलरी न मिलने से ब्याज की रकम और सूदखोरों की धमकियों बढ़ती ही जा रही है | जिससे अनुज कटियार सदमे में है | इस बीच घर की बिगड़ती हालत व पढ़ाई प्रभावित होते देख आस्था व रिद्धी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दादा व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बाबा संबोधित करते हुए एक भावुक चिट्ठी भेजी है | वहीं चिट्ठी में उन्होंने गुहार लगाई है कि दादा जी मैंने आपकी बहुत तारीफ सुनी है | कि आप व मोदी बाबा जी लड़कियों के लिए काफी कार्य कर रहे हैं | बाबा जी मेरे पापा पराग दूध डेरी में श्रमिक के रूप में कार्यरत हैं | पापा को वेतन न मिलने से मेरी व बहन की पढ़ाई छूट गई है | मैंने आठवीं क्लास अच्छे नंबरों से पास कर ली है तथा छोटी बहन ने चैथी क्लास पास कर ली है | हम लोग आगे पढ़ना चाहते हैं | मगर वेतन नहीं मिलने से पिता की मजबूरी है | मैं बहुत उम्मीद के साथ आपको लिख रही हूं कि आपके सहयोग व आशीर्वाद से हम दोनों बहनों की पढ़ाई जारी रहे | अब देखना यह होगा कि लगातार बेटियों की शिक्षा को बढ़ावा देने वाली योगी सरकार इस ओर ध्यान देती है या फिर बच्चों को पैसे की किल्लत के कारण शिक्षा से दूर होना पढ़ेगा ये देखने बाली बात होगी | बाइट :– रिद्धी, छात्रा
आर्थिक तंगी से परेशान एक बेटी ने लिखा पीएम मोदी को पत्र, दादा जी मुझे पढ़ना है
फर्रुखाबाद : भारतीय जनता पार्टी सरकार की ओर से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को बढ़ावा देने पर बलपूर्वक जोर दिया जा रहा है | मगर यूपी के फर्रुखाबाद जिले में तो दो साल से वेतन न मिलने के कारण कर्ज व आर्थिक तंगी से जूझ रहे पराग दूध डेरी के श्रमिक की बेटियों की पढ़ाई संकट में आ गई है | बेटियों ने अब सीएम योगी व पीएम नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर धन के अभाव में पढ़ाई प्रभावित न होने की गुहार लगाई है। कोतवाली सदर क्षेत्र के भोपतपुर पट्टी निवासी अनुज कटियार पिछले 15 सालों से पराग दूध डेरी में कार्यरत है | उनके दो बेटियां आस्था व रिद्धी तथा दो बेटे है | उनकी पत्नी रूचि कटियार का तीन साल पहले निधन हो गया था | इसके बाद से बच्चों के पालन-पोषण की पूरी जिम्मेदारी अनुज के कंधों पर आ गई मगर दो साल से वेतन न मिलने का असर घर खर्च व बच्चों की पढ़ाई पर पढ़ने लगा | उन्होंने कानपुर में स्थित पराग दूध डेरी के जीए से लेकर हर किसी का दरवाजा खटखटाया, लेकिन श्रमिकों को वेतन नहीं, बल्कि कोरा आश्वासन ही मिला | पैसों की तंगी से जूझते डेरी के श्रमिक के बच्चों की शिक्षा प्रभावित होने लगी | एक-एक पैसे के लिए मोहताज हो चुके अनुज ने कर्ज भी लिया | लेकिन लगातार सेलरी न मिलने से ब्याज की रकम और सूदखोरों की धमकियों बढ़ती ही जा रही है | जिससे अनुज कटियार सदमे में है | इस बीच घर की बिगड़ती हालत व पढ़ाई प्रभावित होते देख आस्था व रिद्धी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दादा व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बाबा संबोधित करते हुए एक भावुक चिट्ठी भेजी है | वहीं चिट्ठी में उन्होंने गुहार लगाई है कि दादा जी मैंने आपकी बहुत तारीफ सुनी है | कि आप व मोदी बाबा जी लड़कियों के लिए काफी कार्य कर रहे हैं | बाबा जी मेरे पापा पराग दूध डेरी में श्रमिक के रूप में कार्यरत हैं | पापा को वेतन न मिलने से मेरी व बहन की पढ़ाई छूट गई है | मैंने आठवीं क्लास अच्छे नंबरों से पास कर ली है तथा छोटी बहन ने चैथी क्लास पास कर ली है | हम लोग आगे पढ़ना चाहते हैं | मगर वेतन नहीं मिलने से पिता की मजबूरी है | मैं बहुत उम्मीद के साथ आपको लिख रही हूं कि आपके सहयोग व आशीर्वाद से हम दोनों बहनों की पढ़ाई जारी रहे | अब देखना यह होगा कि लगातार बेटियों की शिक्षा को बढ़ावा देने वाली योगी सरकार इस ओर ध्यान देती है या फिर बच्चों को पैसे की किल्लत के कारण शिक्षा से दूर होना पढ़ेगा ये देखने बाली बात होगी | बाइट :– रिद्धी, छात्रा