उत्तर प्रदेश में सपा बसपा गठबंधन के साथ लोकसभा का चुनाव लड़ने के बाद जब चुनावी नतीजे आए उसके बाद से ही लोगों ने यह तय कर लिया था कि मायावती जल्दी गठबंधन को तोड़ देंगे और ठीक वैसा ही हुआ। मायावती ने सपा से गठबंधन तोड़ दिया लेकिन मीडिया में जो अफवाहें फैला जा रही थी उस पर मायावती ने थोड़ी सफाई दी है। मायावती ने कहा है। वैसे जगजाहिर है कि सपा के साथ सभी पुराने गिले-शिकवे को बुलाने के साथ-साथ सन 2012 17 में सपा सरकार के बीएसपी बाद दलित विरोधी फैसलों व प्रमोशन में आरक्षण के विरुद्ध कार्य एवं बिगड़ी कानून व्यवस्था आदि को दरकिनार करके देश में जनहित में सपा के साथ गठबंधन धर्म को पूरी तरह निभाया। लेकिन जब मुझे लगा कि गठबंधन के बावजूद भाजपा को हराने में नाकाम रहे। इसलिए बसपा ने फैसला किया है कि जो भी चुनाव होगा आप बसपा खुद अपने बल बूते पर लड़ेगी लेकिन मीडिया अफवाह ना फैलाएं क्योंकि हमारे किसी भी प्रोग्राम में कोई भी मीडिया उपस्थित नहीं था। हमने प्रेस नोट जारी किए थे। इसके बावजूद मीडिया में जो अफवाह फैलाई जा रही है वह कतई सोचने वाली है।