लोगों का लंबा सफर फिर भी चेहरे का उत्साह के भाव चेहरे पर थकावट कहीं नहीं दिख रही है। लोग अपने कंधों पर भारी भरकम बैग टांगे परिवार के साथ ‘जो बोले सो निहाल सत श्री अकाल’, ‘वाहे गुरु दी खालसा, वाहे गुरु दी फतेह’ के जयकारे के साथ गुरुद्वारे की तरफ अपने कदम बढ़ाते जा रहे हैं। संगतों के उद्घोष से पूरा कस्बे भक्तिमय हो गया। कस्बे में ध्वनि विस्तारक के माध्यम से गुरुवाणी का प्रसारण किया जा रहा है। गुरु का ताल आगरा के संत बाबा प्रीतम सिंह अपने सेवक जत्था के साथ यहां पहुंच चुके हैं। उनके लोग स्वयं मेले की व्यवस्था देख रहे हैं। संत बाबा प्रीतम सिंह ने बताया कि नगर में सिख संगत न होने के बाद भी यहां के रहने वाले सभी धर्म के लोगों की गुरुद्वारा साहिब में पूरी आस्था है और सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था पुलिस प्रशासन रही। रिपोर्ट:- राकेश वर्मा
आज़मगढ़ में शुरू हुई तीन दिवसीय गुरुमत समागम व सालाना जोड़ मेला
आजमगढ़ निजामाबाद ऐतिहासिक गुरुद्वारा चरण पादुका साहिब के तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय गुरुमत समागम व सालाना जोड़ मेला शुरू हो गया। इस दौरान गुरुद्वारा दरबार साहिब व गुरु नानक घाट पर अखंड पाठ शुरू हुआ। गुरु नानक घाट को दुल्हन की तरह सजाया गया है। देश के विभिन्न हिस्सों से आई संगतों ने दुखभंजन कुएं के जल से स्नान कर गुरु दरबार में पहुंच कर मत्था टेका। वहीं संगतों के रुकने के लिए दीवान हाल, नानक घाट पर प्रबंध किया गया है।