केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा जहां गांवों में जगह-जगह जनसंवाद कर रहें हैं वहीं आज वो शहर के वंशीबाजार कालोनी में पहुंचे और लोगों से संवाद किया।मनोज सिन्हा ने कहा की 2004 में यदि बाजपेयी जी सरकार बनी होती तो देश के 10 साल बर्बाद नहीं होते।नक्सलवाद और आतंकवाद का दंश जो देश झेल रहा।30 वर्ष से हम आतंकवाद का दंश झेल रहे हैं।जितने जवान हमारे मारे गये हैं प्रत्यक्ष रूप से भी इतना नुकसान शायद किसी देश को नहीं हुआ है।
पुलवामा घटना की चर्चा करते हुये मनोज सिन्हा ने कहा मैं इस घटना को इस दृष्टि से देखता हूँ कि इजरायल के बाद भारत ही ऐसा देश है जो दूसरे देश मे घुसकर लक्ष्य को मार सकता है।कल जो गौरव भारत को प्राप्त हुआ है निश्चित रूप से हर भारतीय को उसपर गर्व करना चाहिये।जवाहरलाल नेहरू पर निशाना साधते हुये मनोज सिन्हा ने कहा कि अभी कुछ दिनों पूर्व इस्लामिक देशों का एक सम्मेलन हुआ था जिसमें नेहरू जी के एक वरिष्ठ मंत्री सम्मेलन में भाग लेने गये थे पर पाकिस्तान ने धमकी दी कि यदि भारत सम्मेलन में भाग लेगा तो वो इसका बहिष्कार करेगा और नेहरू जी के वरिष्ठ मंत्री दो दिन होटल में रहे पर सम्मेलन में भाग नहीं लिया।यही चाल जिस दिन विंग कमांडर अभिनन्दन वापस आ रहे थे फिर पाकिस्तान ने चली पर इस बार खुद इस्लामिक देशों ने कहा कि पकिस्तान भाग ले या न ले गेस्ट ऑफ आनर भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ही होंगीं।इस अंतर को समझने की जरूरत है।