यूपी के बरेली में दबंगो ने मकान पर कब्जा करने में नाकाम होने पर महिला को पहले तो मारापीटा और फिर उसको ज़िंदा जला दिया। महिला को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वही मुकदमा दर्ज होने के बावजूद पुलिस दबंगो पर मेहरबान है और उनकी गिरफ्तारी अभी तक नही की है।
अस्पताल में गम्भीर हालत में भर्ती ये तुलसी वर्मा है। तुलसी नबाबगंज तहसील में रहती है। तुलसी का आरोप है कि उनकी जेठानी ने अपने हिस्से का मकान सत्येंद्र गंगवार को बेचा था। जिसके बाद सतेंद्र गंगवार ने अपने बेटे भूपेंद्र गंगवार के साथ मिलकर तुलसी वर्मा के हिस्से पर भी कब्जा करना चाहा। जिसका विरोध करने पर दोनो ने कई बार तुलसी के साथ मारपीट की। कई बार पुलिस भी पहुची और मामला निपटा कर चली आई। पुलिस के धूलमूल रवैये की वजह से बाप-बेटो के होशले और बुलन्द हो गए और उन्होंने तुलसी के साथ पहले मारपीट की उसके बाद उसे केरोसिन डालकर ज़िंदा जला दिया गया।
तुलसी अस्पताल में भर्ती है और मीडिया से आप बीती बताते रोने लगती है। उसे इंसाफ चाहिए लेकिन पुलिस मामले में कोई दिलचस्पी नही ले रही है। हालत ये है कि तुलसी को 2 जनवरी को जलाया गया था जिसके 2 दिन बाद तो पुलिस ने नबाबगंज कोतवाली में भूपेंद्र और सतेंद्र के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। लेकिन आज घटना के 8 दिन बीतने के बावजूद आरोपियो की गिरफ्तारी नही हो सकी। पुलिस बाप बेटे से मिल गई है और जिस वजह से आरोपी खुलेआम घूम रहे है। हालांकि इस मामले में एसपी क्राइम रमेश कुमार भारतीय का कहना है कि मामले की विवेचना की जा रही है।
फिलहाल पुलिस के धूलमूल रवैये की वजह से दबंगो के होशले बुलन्द तो महिला को योगी राज में भी इंसाफ के लिए मीडिया की मदद लेनी पड़ रही है।
वीरेन्द्रसिहं रिपोर्टर