जैसा कि आप सभी जानते हैं कि एससी-एसटी को फिर से पुराने वाले रूप में लाने को लेकर सपना समाज ने 6 सितंबर को भारत बंद का ऐलान किया था. भारतीय जनता पार्टी के इस फैसले से सिर्फ सवर्ण समाज ही नहीं बल्कि उनके खुद के नेता भी नाराज हो गए हैं. एक तरफ जहां स्वर्ण समाज के लोगों के भारत बंद आंदोलन की वजह से सत्ताधारी सरकार की नींद हराम हो गई है वहीं दूसरी तरफ भाजपा के एक दिग्गज नेता ने सरकार की नीतियों से नाराज होकर इस्तीफा दे दिया है.
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कौन है यह नेता
मऊगंज के पूर्व विधायक एवं भाजपा के दिग्गज नेता लक्ष्मण तिवारी ने भारतीय जनता पार्टी से नाराज होकर अपना इस्तीफा दे दिया है. इसकी जानकारी उन्होंने एक औपचारिक बैठक करते हुए पत्रकारों को दी. लक्ष्मण तिवारी भारतीय जनता पार्टी के के दिग्गज नेता है और उनकी राजनीति में बहुत ज्यादा पकड़ है. अब इस मामले में यह देखना दिलचस्प होगा कि भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लक्ष्मण तिवारी को किस तरह मनाते हैं या फिर एससी एसटी एक्ट को सुप्रीम कोर्ट के प्रारूप में लाने की कोशिश करते हैं.
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देश में फैल रहा आंदोलन
सवर्ण समाज के लोगों के इस आंदोलन ने अब पूरे देश पर असर दिखाना शुरू कर दिया है. बिहार में कुछ जगह हिंसक घटनाएं भी देखने को मिली जबकि हरियाणा एवं पंजाब में शांतिपूर्वक प्रदर्शन देखने को मिला. सबसे ज्यादा तेज आंदोलन मध्यप्रदेश में नजर आया है जहां लोगों ने तरह-तरह के पोस्टर लगाकर भारतीय जनता पार्टी के फैसले का विरोध किया.
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इसके अलावा ब्राह्मण समाज के लोगों ने भी इस बात का फैसला किया है कि वह आने वाले चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को वोट ना देकर नोटा का इस्तेमाल करेंगे. इसके अलावा स्वामी देवकीनंदन महाराज ने कहा है कि वह सरकार को 2 महीने का समय देते हैं अगर उन्होंने अपने फैसले में सुधार नहीं किया तो उसके जिम्मेदार वह खुद होंगे.
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